सुधा भारद्वाज की रिमांड पर पुणे पुलिस को लगा झटका

पुणे : समाचार ऑनलाइन
देश के सात स्थानों में पुणे पुलिस द्वारा सर्च ऑपरेशन में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें सुधा भारद्वाज का भी नाम शामिल है, पर पुणे पुलिस की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। देश में पाबंदी लगाए गई माओवादी संगठन से संबंध होने के शक पर पांच लोगों को गिरफ्तार किया। लेकिन सुधा भारद्वाज और गौतम नवलाखा के ट्रान्जिट रिमांड को हाईकोर्ट ने स्थगित किया है। जिससे पुणे पुलिस को काफी बड़ा झटका लगा है। देर रात तक हाईकोर्ट में इस मामले में सुनवायी चल रही थी। गौतम नवलाखा के आवेदन पर बुधवार को सुनवायी होगी और सुधा भारद्वाज की याचिका पर गुरुवार को सुनवायी होगी। तब तक दोनों को नजरकैद में रखने का आदेश कोर्ट ने दिया है।
31 दिसंबर 2017 को शनिवारवाडा में आयोजित किए गए एलगार परिषद में भड़काऊ भाषण किया गया था। उसके बाद विश्रामबाग पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में जांच करते हुए पुणे पुलिस को एलगार परिषद के लिए माओवादियों द्वारा आर्थिक मदद किए जाने की बात सामने आयी थी। पुलिस जांच में प्राप्त ईमेल में राजीव गांधी की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने की साजिश रची जाने की बात सामने आयी थी। पुणे पुलिस ने वारावर राव (हैदराबाद), गौतम नवलाखा (दिल्ली), सुधा भारद्वाज (फरिदाबाद) व वर्नोन गोन्साल्विस (मुंबई) और अरूण फरेरा (ठाणे) को गिरफ्तार किया गया है।