निशंक को  मिले सुझाव….मई में हो सीबीएसई 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा, बाकी को पास कर दिया जाए 

फरीदाबाद. ऑनलाइन टीम 
अगले साल होने वाली 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षाओं पर अभी से सवाल उठने लगे हैं। इस साल कोविड-19 के कारण बोर्ड परीक्षाओं और उनके रिजल्ट्स जारी होने में काफी देरी हुई। जिससे नया शैक्षणिक सत्र भी कई महीने देर से शुरू हुआ। ऐसे में अगले साल फरवरी-मार्च तक सिलेबस पूरा न होने की आशंका सबको सता रही है। इन सबके बीच सवाल उठ रहे हैं कि क्या 2021 की बोर्ड परीक्षा देर से ली जाएगी?   दिल्ली सरकार ने पिछले महीने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) को पत्र लिखकर कहा था कि अगले साल मई से पहले बोर्ड परीक्षाएं न ली जाएं। साथ ही सिलेबस और कम करें क्योंकि स्कूल अब भी कोविड-19 के कारण बंद ही रह रहे हैं।

हालांकि एक सर्वे में यह बात सामने आई कि स्कूल्स नहीं चाहते कि 2021 की बोर्ड परीक्षाएं टाली जाएं। प्रिंसिपल्स का कहना है कि बोर्ड परीक्षाएं स्थगित करना सही कदम नहीं होगा। इससे उच्च शिक्षा के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाएं, एडमिशन्स और नया सत्र फिर से प्रभावित होगा। हर साल इस तरह की देरी से स्टूडेंट्स और शिक्षा प्रणाली दोनों के लिए समस्याएं खड़ी हो जाएंगी।
इसी परेशानी को देखते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अभिभावकों, छात्रों और शिक्षकों से  सुझाव मांगे थे कि अगले वर्ष बोर्ड परीक्षा कब और कैसे आयोजित की जाए, इस पर अखिल भारतीय अभिभावक संघ (आइपा) ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को सुझाव दिया है कि सीबीएसई की कक्षा 10 व 12 वीं की बोर्ड परीक्षा 2021 की तारीख मई में तय की जाए तथा अन्य कक्षाओं के छात्रों को बिना किसी घरेलू बोर्ड परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नति कर दिया जाए। यही नहीं, सुझाव में यह भी कहा गया है कि आगामी शिक्षा सत्र जुलाई 2021 से शुरू किया जाए।

आईपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश शर्मा व आईपा हरियाणा के प्रदेश महासचिव डॉ मनोज शर्मा ने कहा है कि कोरोना वायरस के चलते देश भर के स्कूल मार्च 2020 से ही बंद हैं। बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई तो चल रही है, लेकिन उससे छात्रों को कोई विशेष फायदा नहीं हो रहा है। संसाधनों की कमी के चलते काफी छात्र ऑनलाइन पढ़ाई भी नहीं ले पा रहे हैं। अधिकांश छात्रों को कोर्स व प्रश्नपत्रों में किए गए बदलावों की जानकारी नहीं है अत: बोर्ड परीक्षाएं कराने से पहले कोर्स व बोर्ड परीक्षा पैटर्न में किए गए बदलाव के बारे में सभी छात्रों को जागरूक करना बहुत जरूरी है। बढ़ते कोरोना को चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया है आगे भी हालात सही नहीं रहने की भविष्यवाणी की गई है।  अत: सभी छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों को आगे बढ़ाना बहुत जरूरी है।