‘नो फादर्स इन कश्मीर’ यू/ए सर्टिफिकेट के लिए उपयुक्त : एफसीएटी

मुंबई (आईएएनएस) : समाचार ऑनलाईन – फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण (एफसीएटी) ने सुझाया है कि कुछ कांट-छांट और डिस्क्लेमर शामिल किए जाने के बाद अश्विन कुमार की फिल्म ‘नो फादर्स इन कश्मीर’ यू/ए सर्टिफिकेट के लिए उपयुक्त है। सुझाए गए बदलाव करने के बाद, फिल्म अंतिम मुहर के लिए केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के पास जाएगी।

सीबीएफसी के क्षेत्रीय अधिकारी तुषार करमाकर ने आईएएनएस को बताया कि “एफसीएटी ने फिल्म निर्माता से कुछ बदलाव करने के लिए कहा है और अगर ये ठीक पाए जाते हैं तो सीबीएफसी फिल्म को आगे बढ़ाएगी।” महीनों से फिल्म के लिए प्रमाण पत्र का इंतजार कर रहे कुमार के लिए यह सब मुश्किल रहा है।

जुलाई 2018 में सेंसर सर्टिफिकेट के लिए एक आम आवेदन के तौर पर शुरू हुआ फिल्म को मंजूरी दिलवाने का प्रयास अब आठ महीने की मशक्कत बन चुका है। फिल्म को ‘ए’ प्रमाण पत्र देने के सीबीएफसी के फैसले को चुनौती देने के बाद, जिसे निमार्ताओं ने अपनी फिल्म की कहानी के साथ अनुचित आधार पाया, वे नवंबर 2018 में एफसीएटी में गए और फिर उसी साल दिसंबर में सुनवाई होने के बाद इस साल जनवरी में सुनवाई हुई।

एफसीएटी ने इसकी दूसरी स्क्रीनिंग के एक महीने के बाद अब फिल्म पर अंतिम आदेश दिया है और फिल्म में कुछ कांट-छांट और डिस्क्लेमर शामिल करने का सुझाव दिया है। अब अंतिम फैसला सीबीएफसी के पाले में है। ‘नो फादर्स इन कश्मीर’ में सोनी राजदान, अंशुमन झा और कुलभूषण खरबंदा जैसे कलाकार हैं।