आरोपियों से अर्थपूर्ण संबंध पड़ा महंगा; दो पुलिसकर्मी निष्कासित

अहमदनगर : समाचार ऑनलाइन

पांगरमल शराबकांड के आरोपियों के साथ अर्थपूर्ण संबन्ध पांच पुलिसकर्मियों को महंगा साबित हुआ है। अहमदनगर जिले के पुलिस अधीक्षक रंजनकुमार शर्मा ने तीन पुलिसकर्मियों की एक साल की वेतनवृद्धि रोकने और दो पुलिसकर्मियों को सेवा से निष्कासित करने का आदेश दिया है। जितेन्द्र गायकवाड़ और शब्बीर शेख ऐसे निष्कासित किये गए पुलिसकर्मियों के नाम हैं।

अहमदनगर जिले के पांगरमल शराबकांड में 14 लोगों की मौत हुई थी। जिला अस्पताल की कैंटिन में यह जहरीली शराब बनाई जाती रही। इस मामले के आरोपियों के साथ पुलिसकर्मियों के अर्थपूर्ण संबंध रहने के आरोप लगाए गए थे। इसके चलते तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में कुछ पुलिसवालों के विभागीय जांच के आदेश दिए थे। इसके अनुसार श्रीरामपुर के अपर पुलिस अधीक्षक ने जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट पेश की।

इस रिपोर्ट में पाँच पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी की गई और उन्हें 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया था। इन पांचों में से दो के जवाब असंतोषजनक मिलने से मौजूदा पुलिस अधीक्षक रंजनकुमार शर्मा ने उन्हें सेवा से निष्कासित करने के आदेश दिये। अन्य तीन लोगों के जवाब संतोषजनक रहने से उन्हें जारी की गई निष्कासन की नोटिस वापस ली गई। हांलाकि उनकी एक साल की वेतनवृद्धि रोकने की कार्रवाई की गई। उनमें हवलदार भानुदास बांदल, हेड कॉन्स्टेबल आदिनाथ गांधले, सहायक फौजदार गजेंद्र गरगे का समावेश है। गायकवाड़ और शेख के आरोपी के फोन पर कई कॉल मिले हैं।