क्राइस्ट चर्च हमले को अकेले शख्स ने दिया अंजाम

क्राइस्टचर्च (आईएएनएस) : समाचार ऑनलाईन – न्यूजीलैंड के क्राइस्ट चर्च की दो मस्जिदों में शुक्रवार को हमला करने के आरोपी शख्स के बारे में माना जा रहा है कि उसने अकेले ही इस हमले को अंजाम दिया। गिरफ्तार किए गए तीन अन्य संदिग्ध इसमें शामिल नहीं थे। पुलिस ने यह बात कही है। हालांकि, पुलिस आयुक्त माइक बुश ने कहा कि वह फिलहाल पक्के तौर पर ऐसा नहीं कह सकते।

बीबीसी के मुताबिक, 28 वर्षीय आस्ट्रेलियाई नागरिक ब्रेंटन टैरेंट ने फेसबुक पर हमले की लाइव स्ट्रीमिंग भी की थी। उसने 50 लोगों की जान ले ली और 50 लोगों को घायल कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि गोली लगने से गंभीर रूप से घायल करीब 34 लोगों का इलाज जारी है। एक चार वर्षीय बच्ची की हालत बेहद गंभीर है।

पत्रकारों से बातचीत के दौरान रविवार को प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने कहा कि बंदूक नीति सुधार सहित मुद्दों पर चर्चा के लिए सोमवार को कैबिनेट की बैठक होगी। प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे बंदूक कानूनों में बदलाव होंगे।” उन्होंने कहा कि संसद मंगलवार को सदन में पीड़ितों को श्रद्धांजलि देगी।

अर्डर्न ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शवों को बुधवार तक उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा, “सोशल मीडिया साइटों जैसे फेसबुक की भूमिका के बारे में जवाब के लिए और भी प्रश्न हैं, जिसका इस्तेमाल हमलों के लाइव फूटेज को प्रसारित करने के लिए किया गया था। उन्होंने कहा, “इन सोशल मीडिया प्लेटफार्म की व्यापक पहुंच है और यह एक समस्या है, जो न्यूजीलैंड से परे जाती है।”

इस बीच, फेसबुक ने कहा है कि हमले के 15 लाख वीडियो को पहले 24 घंटों में प्लेटफॉर्म से हटा दिया गया था। इसने कहा कि यह “वीडियो के सभी संपादित संस्करणों को भी हटा रहा है, जो ग्राफिक कन्टेंट नहीं दिखाते हैं।” अर्डर्न ने पुष्टि की कि उनके कार्यालय को हमले शुरू होने के नौ मिनट पहले संदिग्ध से एक दस्तावेज मिला था, लेकिन इसमें कोई विशिष्ट विवरण नहीं था, जैसे कि कोई स्थान आदि। उन्होंने कहा कि इसे दो मिनट के भीतर सुरक्षा सेवाओं को भेज दिया गया था। वहीं, बुश ने कहा कि अल नूर और लिनवुड मस्जिदों में हमलों के पीड़ितों की औपचारिक पहचान का काम पूरा करने के लिए अधिकारी काफी तेजी से काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पुलिस यह नहीं मानती कि घटनास्थल के पास गिरफ्तार किए गए दो अन्य लोग इसमें शामिल थे। एक महिला को बिना किसी आरोप के रिहा कर दिया गया और एक शख्स पर हथियार रखने संबंधी आरोप लगाया गया है। एक 18 वर्षीय युवक को भी गिरफ्तार किया गया है और उसे सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा। हिरासत में लिए लोगों में से किसी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। टैरेंट पांच अप्रैल को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।