हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा को घेरने के लिए शिवसेना बनाया ये फार्मूला

मुंबई : समाचार ऑनलाइन

अविश्वास प्रस्ताव के दौरान तटस्थ रहने की भूमिका के बाद केंद्र और महाराष्ट्र में शिवसेना से भाजपा की तल्खी चरम पर है. अविश्वास प्रस्ताव, महिला सुरक्षा, गोरक्षा, मॉब लीचिंग, कश्मीर विवाद, मराठा आंदोलन के बाद अब शिवसेना ने हिंदुत्व के मसले पर सत्तादल भाजपा को घेरने का फॉर्मूला तैयार किया है इसके तहत शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और अयोध्या के दौरे पर जा रहे हैं इस दौरे को लेकर शिवसेना ने मुंबई में जमकर पोस्टरबाजी की है, जिसमें अयोध्या और वाराणसी में उद्धव ठाकरे का साथ देने की अपील की गई है

बताया जा रहा है कि शिवसेना का यह कदम 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को ‘हिंदुत्व’ के मुद्दे पर घेरने के लिए है दरअसल, राम मंदिर के मुद्दे शिवसेना यह कहकर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रही है कि सत्ता में आने के बाद बीजेपी राम मंदिर के वायदों को भूल गई पिछले दिनों जब भाजपा हाईकमान अमित शाह ने हैदराबाद में 2019 के चुनाव से पूर्व राम मंदिर निर्माण की दिशा में पहल हो सकने के संकेत दिए थे और विपक्षी दलों द्वारा निशाना बनाये जाने के बाद इस बयान से भाजपा मुकर गई थी, तब भी शिवसेना ने भाजपा को निशाने पर लिया था

पिछले दिनों शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि, पिछले 25 वर्षो से शिवसेना और भाजपा सहयोगी हैं, क्योंकि दोनों ही हिंदुत्व की विचारधारा, हिंदुओं के दर्जे, राष्ट्रीय हित और देश की सुरक्षा समेत अन्य मुद्दों पर समान राय रखते हैं हिंदुत्व क्या है, मैं मेरे पिता शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे से अक्सर यह पूछता था उनका जवाब होता था कि राष्ट्रीयता हमारा हिंदुत्व है हम नहीं चाहते कि हिंदू केवल मंदिर में जाकर घंटियां बजाएं, चोटी रखें और जनेऊ धारण करें बालासाहेब के हिंदुत्व के विचारों को अब प्रचारित और लागू किया जाना चाहिए

राष्ट्रवाद पर बहस के मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधते हुऐ ठाकरे ने कहा कि, भाजपा को यह फैसला करने का अधिकार नहीं है कि कौन राष्ट्रवादी हैं और कौन नहीं लोकसभा में पिछले सप्ताह अविश्वास प्रस्ताव के दौरान शिवसेना ने सदन में अनुपस्थित रहने का निर्णय लिया था तब उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव सत्तारूढ़ दल द्वारा लोगों के साथ किए गए धोखे का परिणाम है मराठा आरक्षण के लिए फिर से शुरू हुए आंदोलन के बीच कल ही शिवसेना के सांसद संजय राउत ने दावा किया था कि भाजपा में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को बदलने की बात चल रही है