प्याज की कमी को दूर करने के लिए सरकार आई एक्शन मोड में, लिया ‘यह’ फैसला

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन- पिछले कुछ महीनों से देश में प्याज के भाव आसमान छू रहे हैं. नतीजतन एक आम आदमी के लिए प्याज खरीदना मुश्किल हो गया है. शायद इसीलिए कई भारतीय किचनों में आज प्याज नदारद हैं. लगातार प्याज के भाव में तेजी दर्ज की जा रही है. सोमवार को खुदरा दुकानों पर प्याज 70-80 रुपये किग्रा के भाव से बेचा गया है. वहीं आज देशभर में प्याज की कीमतें बढ़कर 100 रुपए प्रति किलो हो गई है.

इसके बाद अब सरकार एक्शन मोड में आ गई है. अब सरकार ने प्याज की किल्लत से बचने के लिए अन्य देशों से प्याज आयात बढ़ाने का फैसला लिया है. यह जानकारी उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय  द्वारा दी गई है. अंतरमंत्रालयी समिति द्वारा की गई समीक्षा बैठक के बाद यह अहम फैसला लिया गया है.

इन देशों से बढाएंगे आयात  

केंद्र सरकार के निर्णयानुसार अफगानिस्तान, मिस्र, तुर्की और ईरान से प्याज की आपूर्ति में वृद्धि की जाएगी.

>> सरकार ने नेफेड को दिल्ली में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने संबंधी आदेश दिया है.

>> इस कार्य के लिए नेफेड के MD नासिक जाकर, प्याज के स्टॉक का मुआवना करेंगे. साथ ही नासिक से दिल्ली-एनसीआर में प्याज की मांग को पूरी करने का प्रयास किया जाएगा.

>> साथ ही दो अंतरमंत्रालयी टीम 6 और 7 नवंबर को कर्नाटक और राजस्थान जाएगी, जिसका मकसद प्याज के स्टॉक से दिल्ली एनसीआर में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन करेगी.

>> वहीं राजस्थान सरकार ने सरकार से कहा है कि पोस्ट हार्वेस्टिंग के बाद प्याज की आपूर्ति में वृद्धि की जाएगी.  बता दें की राजस्थान में हार्वेस्टिंग शुरू हो गई है.

>> केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को भी अंतर मंत्रालयी टीम में शामिल होकर कर्नाटक और राजस्थान जाने का सुझाव दिया है. इसके अलावा दिल्ली सरकार को व्यापारियों के साथ बातचीत करके प्याज की समस्या का हल निकालने को कहा गया है. साथ ही व्यापारियों से मुनाफाखोरी पर भी रोकथाम लगाने संबंधी बात करने के लिए कहा है.

इसलिए महंगी हुई प्याज- 

मार्केट विशेषज्ञों और व्यापारियों का कहना है कि प्याज की बढ़ी कीमतों की पहली वजह प्याज की कम सप्लाई और डिमांड में तेजी तथा दूसरा कारण बारिश को बताया जा रहा है. नतीजतन बढ़े भावों के कारण लोगों ने प्याज के इस्तेमाल में कटौती शुरू कर दी है.

बता दें कि सितंबर महीने में भी प्याज के दाम आसमान पर पहुंच गए थे. इसके बाद लोगों को राहत देने के लिए सरकार द्वारा प्याज बेचने के लिए काउंटर शुरू किए गए थे. हालांकि एक बार फिर वही स्थिति निर्मित होते दिखाई दे रही है.

सोमवार को लासलगांव मंडी में प्याज की कीमतें 10 प्रतिशत बढ़कर चार साल के उच्च स्तर 55.50 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गईं. वर्तमान में प्याज देश भर के खुदरा बाजारों में 80 से 100 रुपये किलोग्राम के बीच बेची जा रही है.