जितना सोओगे, उतना कमाओगे, अर्थव्यवस्था का नया फार्मूला आया सामने

वाशिंगटन, 6 नवंबर  – नींद का आपके स्वास्थ्य के साथ  आपकी सैलरी से भी सीधा संबंध है. रिव्यु ऑफ़ इकोनॉमिक्स एंड स्टैटिस्टिक्स में पिछले दिनों छपे एक रिसर्च के मुताबिक जहां लोगों को अधिक नींद मिलती है वहां के लोग कम नींद  लेने वालों की तुलना में अधिक सैलरी भी उठाते है.
काम का तनाव भी नींद कम करता है 

रिसर्च के अनुसार केवल नींद या आराम काम को प्रभावित नहीं करता बल्कि काम भी आपकी नींद कैसी है यह तय करता है. ज्यादा कमाने के लिए अधिक मेहनत करने वाले कम सोते है. काम का तनाव भी नींद कम करता है. 
रिसर्च में पाया गया है कि कम सोने से भी तनाव बढ़ता है. इससे आपका काम प्रभावित होता है. थके हुए छात्रों को कम अंक मिलते है. स्कूलों का समय देर से शुरू करने के पीछे भी यही तर्क दिया जाता है कि बच्चो को  आराम मिलेगा तो वो एग्जाम में अच्छे नंबर लायेंगे। यही बात आपकी कमाई से भी जुडी है.

 

पश्चिम के लोगों की नींद पूरी नहीं होती
सोने की आदत का सूरज ढलने के वक़्त से भी सीधा संबंध है. दुनिया में  सूर्यास्त का समय अलग है. पश्चिम में रात देर से होती है. दुनिया में हर जगह स्कूल और दफ्तर का समय तो एक जैसा है लेकिन दिन और रात के चक्र में अंतर है. ऐसे में पश्चिम के लोगों की नींद पूरी नहीं हो पाती। पूर्व में सूर्य जल्द ढलता है, इसलिए यहां के लोगों को पूरी नींद मिलती है.
एक घंटे की भी अतिरिक्त नींद काफी है 

रिसर्च में पाया गया है कि अगर एक घंटे की भी अतिरिक्त नींद मिल जाती है तो कमाई एक प्रतिशत बढ़ सकती है. ये कमाई 5% तक बढ़ सकती है.  शोधकर्ता जेफरी श्रेडर के मुताबिक आपको कमाई 5% बढ़ाने के लिए आपके साथियों की भी नींद पूरी होनी जरुरी है.अकेले एक आदमी की नींद पूरी होने से कमाई नहीं बढ़ने वाली है.