विश्व का एक मात्र शिवलिंग,जहां मात्र दर्शन से पूरी होती है मनोकामना

भोपाल : समाचार ऑनलाइन – देशभर में आज महाशिवरात्री का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की लंबी लाइनें लगी हुईं है। महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर शिवभक्त भगवान शंकर की पूजा करते है। साथ ही शिवलिंग का श्रृंगार कर जलाभिषेक करते है। मध्य प्रदेश के सिवनी में महाशिवरात्रि के पर्व पर दिघोरी धाम मन्दिर में भगवान भोले नाथ के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है। इस मंदिर की विशेषताओं के बारे में बात करें तो सिवनी के दिघोरी धाम में जगत गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद का जन्म हुआ था। स्वयं जगत गुरु शंकराचार्य स्वरूपानन्द ने इस मंदिर की स्थापना करवाई है।

इस मंदिर में विश्व के सबसे बड़े स्पठिक शिवलिंग की स्थापना की गई है। पूरे विश्व मे इस तरह का शिवलिंग और कहीं नहीं है। इसलिए भगवान भोले नाथ के भक्तों के लिये इस मंदिर का अलग ही महत्व है। जिसके कारण यहां देश और दुनिया से श्रद्धालु इस शिवलिंग के दर्शन के लिए आते हैं। वहीं स्थानीय श्रद्धालु महाशिव रात्रि पर भगवान शिव को त्रिशूल चढ़ा कर अपनी आस्था को प्रकट करते हैं। यह शिलशिला कई वर्षों से चला आ रहा है। लोगों की गहरी और अटूट आस्था इस प्राचीन मंदिर से जुड़ी हुई है।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले का आज आखिरी बड़ा स्नान भी है। यहां आज 25 लाख श्रदलुओं ने स्नान किया। प्रयाग राज स्थित संगम घाट में शाही स्नान के अवसर पर सुबह से ही लोगों की भीड़ उमड़ी है। पुणे के भीमाशंकर मंदिर में भक्त जलाभिषेक के लिए सुबह से कतारों में खड़े हैं। वहीं रायपुर के प्रसिद्ध शिव मंदिर में भी लोग जलाभिषेक के साथ दुग्धाभिषेक कर रहे हैं। नासिक के त्रयंम्बकेश्वर मेंदिर में भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।