थाने पहुंची तलाक बिना दूसरी शादी करने वाले की बारात 

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – पहली बीवी के होते हुए उसे तलाक दिए बिना दूसरी शादी रचाने की तैयारी में रहे पति को वीमेन्स हेल्पलाइन ने अच्छा सबक सिखाया और उसकी बारात पुलिस थाने पहुंचाई। पति की इस मनमानी से त्रस्त पीड़ित पत्नी खुदकुशी करने की मानसिकता में पहुंच गई। उसने वीमेन्स हेल्पलाइन नामक संस्था से सहायता मांगी और पुणे पुलिस आयुक्त से मिलकर इसकी शिकायत की। इसके बाद विश्रांतवाडी पुलिस ने इस अवैध शादी को रोकने में सफलता पाई।
वीमेन्स हेल्पलाइन की मुखिया नीता परदेशी से मिली जानकारी के अनुसार, विश्रांतवाडी पुलिस थाने की सीमा में रहने वाली पीड़ित महिला का पति उसे और अपने दो बच्चों को छोड़ कर उसके साथ काम करनेवाली महिला से शादी करने जा रहा था। पत्नी को जब इसके बारे में पता चला तब उसने पति को समझाया। मगर पति और उसके घरवाले उसपर ही दूसरी शादी को स्वीकार करने को लेकर दबाव बनाने लगे। लाखों कोशिश नाकाम होने के बाद पत्नी खुदकुशी करने की मानसिकता में पहुंच गई।
इसके बारे में पता चलने पर नीता परदेशी और हेल्पलाइन की अन्य सहयोगी महिलाओं ने पीड़ित पत्नी से मिलकर उसे साहस बंधाया। इसके बाद उन्होंने विश्रांतवाडी पुलिस से संपर्क किया, लिखित शिकायत भी दी। मगर जहां महिला का पति दूसरा ब्याह रचाने जा रहा था वह होटल उसकी सीमा में नहीं आने का कारण बताया। शाम साढ़े सात से रात साढ़े 11 बजे तक पुलिस को मिन्नतें की मगर उसने हस्तक्षेप करने में असमर्थता जताई। पुलिस ने खुद जाकर शादी रोकने या फिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का मशवरा दिया।
इसके बाद वीमेन्स हेल्पलाइन की अध्यक्षा नीता परदेशी शैलजा गुरव, शोभा नाफडे, हरजिंदर कौर, सुरींदर कौर आदि ने पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्त आर. के. पद्मनाभन व उपायुक्त स्मार्तना पाटिल से मुलाकात की। उन्होंने पुणे के पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशन को फोन कर मदद करने की गुजारिश की। इसके बाद संस्था के कार्यकर्ता डॉ. व्यंकटेशन से मुलाकात की। उन्होंने उनके साथ कुछ पुलिसकर्मियों को शादी वाले होटल में भेजकर नियोजित वर- वधु को विश्रांतवाडी थाने ले आये। इस तरह से यह दूसरी शादी रोकी जा सकी।