पवना बांध का जलस्तर 2.75% से बढ़ा; बांध में 37.40% पानी

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – गत कई दिनों से पवना बांध क्षेत्र में लगातार दमदार बारिश हो रही है। बांध क्षेत्र में गत 24 घन्टे में हुई जोरदार बारिश से पिंपरी चिंचवड़ शहर और समस्त मावल तालुका की प्यास बुझाने वाले पवना बांध का जलस्तर 2.75 फीसदी से बढ़ गया है। बांध में फिलहाल 39.40 फीसदी जलसंचय हो गया है। हालांकि बांध शतप्रतिशत भरने तक पिंपरी चिंचवड़ शहर में जारी एक दिन की पानी कटौती रद्द न करने की बात मनपा का जलापूर्ति विभाग स्पष्ट कर चुका है। मगर अब कटौती रद्द करने की मांग जोर पकड़ने लगी है।
इस साल मानसून के आगमन में विलंब हुआ मगर जब से इसका आगमन हुआ है लगातार जोरदार बारिश जारी है। बीते 24 घन्टे में पवना बांध क्षेत्र में 58 मिमी बारिश दर्ज हुई है। इससे बांध के जलस्तर में भी 2.75 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। आज की तारीख में पवना बांध में 39.40 फीसदी पानी है। जबकि गत साल इसी दिन तक बांध में 46.17 फीसदी पानी था। बांध क्षेत्र में इस साल के मौसम में अब तक 1017 मिमी बारिश दर्ज हुई है। गत साल यह आंकड़ा 1108 मिमी था। यानी देरी से बारिश के शुरू होने के बाद भी उसका प्रमाण गत साल के प्रमाण तक पहुंच रहा है।
अब तक की बारिश से पवना बांध का जलस्तर 25.94 फीसदी से बढ़ा है। आज की तारीख में पवना बांध का जलस्तर 39.40 फीसदी तक पहुंच गया है। इसके बाद शहर में एक दिन की कटौती रद्द करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। शिवसेना के स्थानीय सांसद श्रीरंग बारणे और राष्ट्रवादी कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक मोरेश्वर भोंडवे ने मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर को अलग- अलग ज्ञापनों के जरिए एक दिन की पानी कटौती रद्द करने और पूर्ववत रोजाना जलापूर्ति करने की मांग की। हालांकि प्रशासन ने बांध शतप्रतिशत भरने तक कटौती रद्द न करने की बात पहले ही स्पष्ट की है।
गौरतलब हो कि, गत साल वापसी की बारिश पर्याप्त साबित न होने और इस साल बरसात देरी से शुरू होने के कारण पवना बांध का जलस्तर 13 फीसदी तक पहुंच गया। नतीजन मनपा के जलापूर्ति विभाग ने शहर में एक दिन की कटौती यानी एक दिन छोड़कर जलापूर्ति करने की शुरुआत की। हालांकि सिंचाई विभाग गत साल के अक्टूबर से ही कटौती के पक्ष में था। मगर तब राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव और लोकसभा चुनाव के चलते कटौती का फैसला टाल दिया गया। चुनाव के टूट बाद से शहर में एक दिन की कटौती लागू की गई है।