…. तो शिवसेना के साथ सरकार बनाने पर विचार करेंगे, कांग्रेस का साफ संकेत 

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – राज्य में भाजपा-शिवसेना को बहुमत मिलने के बाद भी मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों का पेंच फंस गया. अब शिवसेना-कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के मिलकर सरकार बनाने की चर्चा हैं. इसके लिए कांग्रेस-राष्ट्रवादी की बैठक पर बैठक हो रही है. शरद पवार की कल हुई साढ़े तीन घंटे की बैठक में दोनों पार्टियों दवारा तय किये गए न्यूनतम साझा कार्यकर्म शिवसेना दवारा स्वीकार किये जाने के बाद सत्ता वितरण को लेकर चर्चा हुई. इसके मद्देनज़र कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने शिवसेना के साथ जाने के संदर्भ में सांकेतिक बयान दिया। अगर हमें एक साथ आकर 5 साल स्थिर सरकार चलानी है तो कई मुद्दों पर स्पष्टता जरुरी है. इस  हमारी चर्चा जारी है. आज मैं मुंबई जाऊंगा। हम सभी संविधान को मानते है. सविधान के मूल तत्वों को मानते है।  इसके अलग जाने का कोई कारण नहीं।
दूसरी तरफ कल हुई कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस की बैठक में न्यूनतम साझा कार्यकर्म कैसा होगा, सत्ता का वितरण क्या होगा, अधिकारी बनाये रखे जायंगे या बदलना है जैसी बारीक़ चीजों पर चर्चा हुई. यह चर्चा आगे भी जारी रहेगी। दो दिनों में चर्चा करने के बाद शिवसेना से बात की जाएगी। मंत्री पद के वितरण को लेकर बात साफ नहीं हुई है. शिवसेना नेता से चर्चा करने के बाद निर्णय लिया जाएगा।
शिवसेना और एनसीपी के 14-14 मंत्री होंगे 
ऐसी संभावना है कि शिवसेना और राष्ट्रवादी में से प्रत्येक को 14 और कांग्रेस के 12 मंत्री होंगे। शिवसेना को पुरे पांच वर्ष तक मुख्यमंत्री पद मिलने की संभावना है. लेकिन एक ये भी मांग है कि राष्ट्रवादी का ढाई साल का मुख्ययमंत्री हो. शिवसेना ने सभी विधायकों को आधार कार्ड, पेन कार्ड के साथ शुक्रवार को मुंबई बुलाया है. उन्हें  तीन चार दिन रहने की तैयारी करके आने के लिए कहा गया है. ऐसे में इन सभी के राज्यपाल से मुलाकात की संभावना है.