ये 10 पाकिस्तानी सामान जिसके बिना नहीं रह सकते हिंदुस्तानी!

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – पिछले कुछ समय से भारत-पाकिस्तान के बीच आर्थिक संबंध में कटास आई है। पुलवामा हमले के बाद भारत सरकार ने आयात ड्यूटी को बढ़ाकर 200 फीसदी कर दी है। हालांकि इसके बाद आयात पर असर पड़ा है। लेकिन, कई ऐसी चीजें हैं जो पाकिस्तान से भारत आती हैं। जिसका उपयोग हम रोजमर्रा के जिंदगी में करते है। ऐसे सामानों में ताजे फल, सीमेंट और चमड़े के सामान शामिल हैं, जो ना केवल बड़े पैमाने में सीमा पार से यहां आते हैं और पसंद किये जाते हैं।

वो दस पाकिस्तानी सामान –
1. ताजे फल – पाकिस्तान से बडे़ पैमाने पर फल भारत मंगाए जाते है। इसमें ड्राइफ्रूट्स, तरबूजा और अन्य फल शामिल है। पाकिस्तान के इन ताजे फलों का एक बड़ा बाजार भारत में है। यहां तक पाकिस्तान का आम भी भारत में ज्यादा पसंद किया जाता है। पाकिस्तान से आने वाले फल आमतौर पर पहले कश्मीर या फिर दिल्ली की फल मंडी में आते हैं।

2. सेंधा नमक – पाकिस्तान से हम व्रत में इस्तेमाल किया जाने वाला सारा सेंधा नमक मंगवाते है।

3. मेडिकल उपकरण – हमारे देश में इस्तेमाल होने वाले चश्मों में भी बड़ी मात्रा में आप्टिकल्स पाकिस्तान से आते हैं। बहुत से मेडिकल उपकरण भी हम वहां से मंगाते हैं।

4. पेट्रोलियम उत्पाद – आपको हैरानी हो सकती है लेकिन पाकिस्तान हमें पेट्रोलियम उत्पाद और तेल भी भेजता है।

5. सीमेंट – नमक, सल्फर, पत्थर, चूना और सीमेंट भारत में बिकता है। भारत में लोकप्रिय बिनानी सीमेंट पाकिस्तान में ही बनता है।

6. चमड़े – पाकिस्तान से आये चमड़े का भारत में खासा डिमांड है।

7. कॉटन – पाकिस्तान बड़े पैमाने पर हमें कॉटन का निर्यात करता है।

8. स्टील – पाकिस्तान से हम इस्पात और स्टील भी मंगाते है।

9. तांबे – जिस तांबे का हम इस्तेमाल करते हैं, वो भी खासी मात्रा में पाकिस्तान से ही आता है। साथ ही कार्बनिक केमिकल्स और मेटल कंपाउंड हम पाकिस्तान से मंगाते हैं।

10. एंब्राडयरी और कॉटन फैब्रिक ब्रांड – ये ब्रांड्स कश्मीर में तो धडल्ले से मिलते ही हैं साथ ही उत्तर भारत में भी ये लोकप्रिय हैं। पाकिस्तान का एंब्राडयरी और कॉटन फैब्रिक ब्रांड बेरीजी के दो स्टोर दिल्ली में हैं। इसके अलावा जुनैद जमशेद भारत में पसंद किया जाता है। यही नहीं लाहौर के कुर्ते, पेशावरी चप्पलें भी दिल्ली में बिकती हैं।

पाकिस्तान से भारत को आयात 2016-17 की तुलना में 2017-18 में बढ़ गया था। अगर पहले पाकिस्तान 455.5 बिलियन डॉलर का आयात भारत करता था तो 2017-18 में ये बढ़कर 488.5 मिलियन डॉलर हो गया।