पुराने फ्रिज-वॉशिंग मशीन, AC को खरीदने के लिए सरकार करने जा रही है ‘यह’ काम, रोजगार के साथ मिलेंगे ‘ये’ फायदें 

नई दिल्ली: समाचार ऑनलाइन- पिछले महीने ही केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि सरकार जल्द ही पुरानी गाड़ियों के लिए स्क्रैपिंग पॉलिसी लेकर आएगी; जिसके तहत ऑटो सेक्टर के लिए पैकेज में शामिल पुरानी गाड़ियों को नष्ट किया जाएगा. इस घोषणा के बाद  सरकार अब एयर कंडीशनर, वॉशिंग मशीन और फ्रिज को लेकर भी एक ऐसी ही नई पॉलिसी लाने की तैयारी में है. फलस्वरूप सरकार के इस क्षेत्र से जुड़ने के बाद लोगों को रोजगार का एक नया अवसर प्राप्त हों सकेगा. या कह सकते हैं कि मोदी सरकार की इस योजना के बाद स्क्रैपिंग सेंटर से आप अपने नए बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं. साथ ही अन्य क्षेत्रों को भी इसके फायदें मिल सकेंगे.

मिल रही जानकारी के मुताबिक इस योजना को लेकर गंभीर है, इसलिए उक्त पॉलिसी का ड्राफ्ट भी तैयार करवा लिया गया है. सरकार संभवत: अगले हफ्ते तक स्टील स्क्रैपेज पॉलिसी ला सकती है.

शुरू किए जाएंगे कई स्क्रैपेज सेंटर
सरकार के इस फैसले के बाद एयर कंडीशनर, वॉशिंग मशीन और फ्रिज के लिए जगह-जगह स्क्रैपिंग सेंटर शुरू किए जाएंगे, जिसका फायदा आज के नौजवान उठा सकते हैं.

बताया जा रहा है लोग इन सेंटरों में जाकर स्क्रैप बेच सकेंगे. इसमें सभी तरह के पुराने स्टील को शामिल किया जाएगा.

इस पॉलिसी को लाने का मकसद ये 
सरकार द्वारा इस योजना को लाने का मुख्य मकसद लोगों को स्क्रैप बेचने के लिए आगे लाना है. इसलिए लोगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार स्क्रैप बेचने पर इंसेंटिव देगी.  .

नई गाड़ियों की बिक्री बढ़ने की आस
विशेषज्ञों का मानना है कि इस योजना के तहत स्टील के पुराने स्क्रैपेज को एक जगह जमा करना और उसकी रीसाइकिलिंग करना संभव हो सकेगा. साथ ही सडकों पर पुरानी गाड़ियों की संख्या भी कम हो जाएंगी. इसलिए लोग पुरानी गाड़ियां बेचकर नई गाड़ियां खरीद सकते हैं. फलस्वरूप नई गाड़ियों की बिक्री भी बढ़ने के अनुमान हैं.

स्टील के क्षेत्र में होगा फायदा
जाहिर है स्क्रैपेज से जमा हुए पुरानी गाडियों, एयर कंडीशनर, वॉशिंग मशीन और फ्रिज के रिसायकलिंग के बाद काफी मात्रा में स्टील स्क्रैप मिल सकेगा. फलस्वरूप स्टील के आयात में कमी की जा सकेगी. बता दें कि देश में 1 साल में लगभग  60 लाख टन स्टील स्क्रैप का आयात किया जाता है, जबकि मांग इससे कई अधिक है.

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