यह आस्था की बात है…मुस्लिम परिवार के घर में मंदिर, गूंजती हैं घंटियां 

अलीगढ़. ऑनलाइन टीम : आस्था धर्म की दीवारों के पार का एक ऐसा सच है, जो डिगाए नहीं डिग सकता। धर्म और धार्मिकता का सवाल काफी उलझाता है कि इनके बीच के फर्क को कैसे देखें व समझें! शायद सबसे आसान होगा कि हम खुद से पूछें कि जब हम किसी के बारे में यह सुनते हैं कि वह सच्चा मुसलमान है, तो हमारे मन में क्या तस्वीर उभरती है? यह प्रश्न अनुत्तरित छोड़ा है उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक मुस्लिम परिवार ने। यह मुस्लिम परिवार रोज भगवान की पूजा करता है। अपने घर में मंदिर स्थापित किया है। परिवार का कहना है कि उन्होंने अपने बीमार बेटे के ठीक होने की मन्नत मानी थी। बेटा ठीक हो गया तो परिवार की भगवान पर आस्था बढ़ गई। परिवार ने भगवान का मंदिर घर में स्थापित किया और पूजापाठ करनी शुरू कर दी।

देहली गेट इलाके के शाहजमाल स्थित एडीए कॉलोनी में रहने वाले आसिफ खान अपनी पत्नी रूबी और बेटे आसिफ के साथ रहते हैं। कुछ दिनों पहले उनके बेटे की तबीयत अचानक बहुत खराब हो गई। उन्होंने उसका बहुत इलाज कराया। उसकी हालत बिगड़ती गई।  बहुत दुआएं मांगी। एक मंदिर में भी मन्नत मांगी। इसके बाद उनका बेटा ठीक हो गया। फिर उन्होंने घर में मंदिर स्थापित करने का फैसला लिया। अब उन्होंने घर में मंदिर स्थापित किया है।

इस मंदिर में राम दरबार, गणेश और कृष्ण भगवान की मूर्तियां रखी हैं। यह परिवार रोज मंदिर में भगवान की पूजा-अर्चना करता है। नियमित पूजा आरती करते हैं। उनके घर से सुबह गणेश वंदना, घंटियों और शंख की आवाज सुनाई देती है। रूबी आसिफ खान ने बताया कि वह बीजेपी में महावीरगंज मंडल की मंत्री हैं। रूबी ने कहा कि ईश्वर की कृपा से ही उनका बेटा आज जिंदा है।