अयोध्या पहुंच रहे उद्धव ठाकरे का ये है कार्यक्रम

अयोध्या : समाचार ऑनलाइन – राम मंदिर को लेकर चल रही राजनीति के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आज अयोध्या पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद् द्वारा धर्मसभा का आयोजन किया गया है। इसके मद्देनजर अयोध्या को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। 160 इंसपेक्टर, 700 कॉन्स्टेबल सहित पीएसी की 42 कंपनियों, आरएएफ की 5 कंपनियां, एटीएस कंमाडो के अलावा ड्रोम कैमरे भी लगाए गए हैं। इसके साथ ही अयोध्या में लॉ एंड आर्डर को बनाये रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस महासंचालक स्तर के अधिकारी, एक पुलिस महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 21 क्षेत्र अधिकारी भी तैनात किये गए हैं।

ऐसा है कार्यक्रम

अयोध्या में क्षत्रिय, ब्राह्मण, वैश्य सहित कई वर्गों की ओर से उद्धव ठाकरे का स्वागत किया जायेगा। ‘लक्ष्मण किला’ में उद्धव ठाकरे की सम्मान सभा का आयोजन किया गया है। रामचरित मानस और रामलला की मूर्ती लेकर आज दोपहर 2 बजे उद्धव ठाकरे वहां पहुंचेंगे। पूजा के बाद वह साधु-संतों से आशीर्वाद लेंगे। ‘लक्ष्मण किला’ पर कार्यक्रम समाप्त होने के बाद शाम 5:15 बजे उद्धव ठाकरे शरयू नदी पर आरती करेंगे। दूसरे दिन सुबह नौबजे वह राम जन्मभूमि में राम लला के दर्शन करेंगे। दोपहर 12 बजे पत्रकार और 1 बजे लोगों को संबोधित करेंगे। संजय राऊत, राजन विचारे, एकनाथ शिंदे, विश्वनाथ महाडेश्वरही पहले ही अयोध्या पहुंच चुके हैं।

शिवसैनिकों के लिए ड्रेस कोड

राज्य भर से शिवसैनिक अयोध्या पहुंच रहे हैं। पुणे के शिवैसनिक बाईक से तो नासिक के शिवसैनिक विशेष ट्रेन से अयोध्या गए हैं। आषाढी-कार्तिकी होने के वजह से वारकरी भी अयोध्या पहुंच रहे हैं। शिवसैनिकों के साथ ‘जय श्रीराम’ एक्स्प्रेस में वारकरी भी सवार हैं। सभी की मांग है कि अयोध्या में जल्द भव्य राम मंदिर का निर्माण काम शुरू हो। नासिक से अयोध्या जाने वाले शिव सैनिकों के लिए ड्रेस कोड निर्धारित है। सफ़ेद रंग की टीशर्ट पर आगे ‘चलो अयोध्या’ का नारा और श्रीराम का प्रतिमा, वही टीशर्ट के पीछे बालासाहेब, उद्धव और आदित्य ठाकरे का फोटो के साथ ही जिले का नाम प्रिंट किया हुआ है। इसके साथ ही टोपी पर एक तरफ अपने जिले का नाम तो दूसरी तरफ जय श्रीराम लिखा हुआ है।

आखाड़ा परिषद ने निमंत्रण ठुकराया

साधु-संतों की बड़ी संस्था अखिल भारतीय आखाड़ा परिषद ने शिवसेना का आमंत्रण ठुकरा दिया है, साथ ही परिषद का कहना है कि उद्धव ठाकरे और शिवसेना राजनीतिक खेल खेलने में लगे हैं। आखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने स्पष्ट किया कि उनकी संस्था आज और कल होने वाले किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होगी।