मनपा के पशु चिकित्सा विभाग द्वारा आवारा कुत्तों की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार और एनिमल वेल्फेअर बोर्ड के मार्गदर्शक सूचनाओं के अनुसार निजी संस्थाओं के जरिए श्वान संतति नियमन ऑपरेशन का कार्यक्रम चलाया जाता है। मुंबई के एडब्लूए और लातुर के एसपीसीए इन संस्थाओं को ऑपरेशन का ठेका दिया गया है। ये संस्था रोजाना 30 से 35 कुत्तों को पकड़कर उनकी नसबंदी करती हैं और तीन दिन बाद जहां से पकड़ा वहीं छोड़ देती हैं।
नसबंदी के एक ऑपरेशन के लिए मनपा 639 रुपये खर्च कर रही है। अब तक 43 हजार 296 कुत्तों के ऑपरेशन किये गए हैं। उसपर तीन करोड़ से ज्यादा खर्च करने के बाद भी आवारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका है। तीन सालों में कुत्तों की नसबंदी के लिए बजट में साढ़े सात करोड़ रुपए आबंटित किये गए थे जिसमें से तीन करोड़ पांच लाख 754 रुपए खर्च किये गए। बहरहाल आवारा कुत्तों के साथ ही शहर में सुअरों की संख्या व उपद्रव लगातार बढ़ रही है। इसकी रोकथाम के लिए मनपा ने टेंडर आमंत्रित किये हैं।