नवजात कन्या को फेंकने की सप्ताह में घटी तीन घटनाओं से खलबली

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – बेटी के जन्म होने पर उसे उसी जगह छोड़कर फरार होने की एक सप्ताह में तीन घटनाएं पिंपरी-चिंचवड़ शहर में घटी हैं। इन घटनाओं से शहर में हड़कंप मच गया है। इनमें से एक घटना में महिलाओं के टॉयलेट में नवजात कन्या मिलने की घटना भी सामने आई है। जबकि दूसरी घटना में नदी किनारे और तीसरी घटना में मंदिर के पास नवजात कन्या को छोड़ दिया गया था। इन घटनाओं पर सामाजिक संगठनों ने नाराजगी जाहिर की है।

बेटी के जन्म होते ही उसे छोड़ने की प्रवृति बढ़ी ‘मुलगी झाली प्रगति झाली’ ऐसा सोचने वाला वर्ग समाज में मौजूद होने के बावजूद बेटी के जन्म होते ही उसे छोड़ने की प्रवृति समाज में बढ़ती जा रही है। उद्योगनगरी में 8 दिनों में घटी तीन घटनाओं से यह साबित हुआ है। इन तीनों घटना से शहर में खलबली मच गई है।

पहली घटना शिरगांव (मावल) में 11जून को सामने आई। यहां साईं मंदिर से कुछ दूरी पर नवजात कन्या सड़क पर मिली थी। बारिश हो रही थी और आसपास के आवारा कुत्ता वहां भटक रहे थे। संतोष गोपाले नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस पाटिल के जरिये तलेगांव पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद यहां से नवजात कन्या को ससून हॉस्पिटल भेज दिया गया।

महिलाओं के टॉयलेट में मृत नवजात इसके बाद सोमवार 17 जून को देहू के गांधीनगर में महिलाओं के टॉयलेट में सुबह करीब पांच बजे तुरंत जन्मी नवजात कन्या मृतवस्था में मिली थी। एक महिला द्वारा इसे देखे जाने के बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया। पुलिस की जांच में यह जानकारी सामने आई है कि नाबालिक लड़की के नाजायज संबंध में लड़की का जन्म हुआ था।

मंगलवार 18 जून को मोशी के इंद्रायणी नदी के पास दो दिन पहले जन्मी नवजात कन्या मिली। कुतुब अलीसाफ शेख (उम्र 35 वर्ष, नि। सदगुरुनगर, भोसरी) ने इस मामले में चाकण पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। शेख आईआरबी सड़क कंपनी के
सुपरवाइजर के रूप में काम करते हैं। मंगलवार 18 जून की सुबह साढ़े 9 बजे उन्हें उनके कामगार शिवाजी किशन कड (नि। संतोषनगर, भाम, वाकी, तहसील-खेड़) ने घटना की जानकारी दी। पुणे-नासिक हाई-वे पर कुरुली (तहसील-खेड़) गांव की सीमा में पुल के पास इंद्रायणी नदी के किनारे एक नवजात कन्या लावारिश अवस्था में मिली। शेख ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की सत्यता जाननी चाही। वहां उन्हें दो से चार दिन पहले जन्मी नवजात कन्या एक प्लास्टिक में लपेट कर फेंकी हुई मिली। उन्होंने तुरंत पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। चाकण पुलिस ने नवजात कन्या को कब्जे में लेकर ससून हॉस्पिटल भेज दिया।

घटना दुर्भाग्यपूर्ण है : स्मार्तना पाटिल
डीसीपी स्मार्तना पाटिल ने इस संबंध में बताया कि इस तरह से नवजात कन्या को छोड़कर जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। लावारिश जगह पर नवजात को छोड़ना गंभीर किस्म का अपराध है। इसके लिए कड़ी सजा मिल सकती है। प्रेम प्रकरण, अनैतिक संबंधों के कारण ऐसी घटनाएं सामने आती है। लड़की को संभाल नहीं पाने की स्थिति में भी ऐसा करते हैं।