बता दें कि दम्पति के बीच बेटी के जनम के जन्म लेने के बाद झगड़ा चल रहा था । लगातार बढ़ते झगड़े के बीच महिला नवम्बर 2016 में अपने पति को छोड़कर अपनी माँ के घर चली गई थी । इसके बाद महिला ने कोर्ट से तलाक की भी मांग की । इस मामले में कोर्ट ने बेटी की कस्टडी पिता को दे दी । इसके बाद पत्नी ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए । पत्नी के आरोपों से परेशान होकर पति ने कोर्ट में शिकायत की और मानहानि के ससुरालवालों पर आईपीसी की धारा 500 और 506 के तहत केस कर दिया ।
इस मामले में जब जांच की गई तो महिला ने तर्क दिया कि वह अपनी अपनी याचिका में पति की नपुंसकता के बारे में लिखने के बारे में बचना चाहती थी । लेकिन वह अब यह सब बताने को मजबूर है । महिला ने बताया कि उन्हें बच्चे का जन्म मेडिकल ओवुलेशन पीरियड तकनीक के दवारा किया गया था । उन्होंने ने यह सुझाव भी उन्हें एक स्त्री रोग डॉ. ने दिया था । पुलिस जाँच के बाद पता चला कि पति पर दवाब बनाया गया था कि अगर पत्नी की बात नहीं मानी तो उसकी प्रतिष्ठा ख़राब कर दी जायगी ।