सत्ता पाने के लिए अवैध निर्माणों के मसले को मुद्दा बनाया; भाजपा की स्वीकृति

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन
सत्ता हासिल करने के लिए ही अवैध निर्माणों के मसले को मुद्दा बनाने की बात पिंपरी चिंचवड़ मनपा के सत्तादल भाजपा ने स्वीकार कर ली है। सर्व साधारण सभा में अवैध निर्माणों के सवाल- जवाब के सत्र में भाजपा की एक नगरसेविका ने खुद इसकी स्वीकृति दी है। विपक्ष के नेता दत्ता साने ने सोमवार को इस मुद्दे पर फिर एक बार सत्तादल पर निशाना साधा और भाजपा की कार्यप्रणाली पर टिप्पणी की।
सभागृह में भाजपा की नगरसेविका के बयान से सियासी गलियारे में खलबली मच गई है। इस पर विपक्षी दल के नेता दत्ता साने ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, अवैध निर्माणों के नियमितीकरण के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस ने सीताराम कुंटे की समिति गठित की थी और उसकी रिपोर्ट भी अदालत में पेश की थी। उसी दौरान सत्ता जाने के कारण यह मसला लंबित रह गया। भाजपा ने लोगों से जुड़े इस गंभीर मसले को सियासी मुद्दा बनाया। अब इस बात को स्वीकार कर लोगों के घावों पर नमक छिड़कने की कोशिश की गई है।
अवैध निर्माणों के नियमितीकरण के बारे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अधिसूचना जारी करते ही भाजपा के नेताओं ने मिठाई बांटी, शक्कर बांटी, फ्लेक्स और होर्डिंग्स से विज्ञापनबाजी कर चमकोगिरी की। परोक्ष में यह मसला आज भी लंबित ही है। ऐसे में इस मुद्दे को सियासी बनाने की बात स्वीकार करना दुर्भाग्यपूर्ण है, यह भी उन्होंने कहा। जब इस बारे में सभागृह नेता एकनाथ पवार से राय जाननी चाही तब उन्होंने ऐसे कोई बयान की बात याद नहीं रहने की बात कही। वहीं पांच साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने नियमितीकरण के बारे में आठ दिन में अध्यादेश जारी करने के बयान को याद दिलाने से भी वे नहीं चूके।