‘स्पर्श’ हेल्थकेयर को एक और जोरदार झटका

ऑटो क्लस्टर के कोविड सेंटर में वायसीएम से संदर्भित मरीज ही किये जायेंगे एडमिट  
पिंपरी चिंचवड़ मनपा आयुक्त राजेश पाटिल का बड़ा फैसला
पिंपरी। बिना किसी मरीज के इलाज के लिए 5 करोड़ रुपए का बिल पेश करने के बाद आईसीयू बेड के लिए एक लाख रुपये लेने के मामले से विवादों में घिरे फॉर्च्यून स्पर्श हेल्थकेयर प्रा लि को एक और जोरदार झटका लगा है। मरीज के परिजनों से एक लाख रुपये लेने के मामले में तीन डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद पिंपरी चिंचवड़ मनपा आयुक्त राजेश पाटिल ने ‘स्पर्श’ को लेकर एक बड़ा फैसला किया है। उन्होंने एक आदेश जारी कर ऑटो क्लस्टर के जंबो कोविड केयर सेंटर, जिसका संचालन ‘स्पर्श’ को सौंपा गया है, में केवल मनपा के वाईसीएम हॉस्पिटल द्वारा संदर्भित मरीजों को ही एडमिट कराने को कहा गया है।
मनपा का कोविड़ अस्पताल जो चिंचवड के ऑटो क्लस्टर में चल रहा है का संचालन फॉर्च्यून स्पर्श हेल्थ केयर नामक एक निजी संस्था द्वारा चलाया जा रहा है। इस अस्पताल का सारा खर्च मनपा द्वारा वहन किया जा रहा है। ‘स्पर्श’ के एक सलाहकार डॉक्टर ने इस अस्पताल में एक म्युनिसिपल स्कूल की हेडमिस्ट्रेस को आईसीयू बेड उपलब्ध कराने के लिए एक निजी अस्पताल की मदद से 1 लाख रुपये लिए, जबकि यहाँ मुफ्त इलाज की व्यवस्था की जा रही है। इस मामले में स्पर्श के डॉ. प्रवीण जाधव, वाल्हेकरवाडी स्थित पद्मजा हॉस्पिटल के डॉ. शशांक राले और डॉ. सचिन कसबे को गिरफ्तार किया गया है।
महापौर ऊषा ढोरे ने मनपा प्रशासन को आदेश दिया था कि वह स्पर्श को सौंपा गया ठेका वापस ले लें। इस पृष्ठभूमि पर मनपा आयुक्त राजेश पाटिल ने कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए ‘स्पर्श’ के मरीजों को सीधे भर्ती करने का अधिकार छीन लिया है।  तात्कालिकता के रूप में, स्पर्श को ऑटो क्लस्टर में मनपा का कोविद अस्पताल चलाने का काम दिया गया था। कोरोना रोगियों को स्पर्श संस्था के माध्यम से भर्ती किया जा रहा था। हालांकि, कोरोना संक्रमित रोगियों को एडमिट करते वक्त गड़बड़ी की नगरसेवकों, नागरिकों से शिकायतें मिली हैं। मनपा की सर्वसाधारण सभा में भी इस पर सवाल उठाए गए हैं।
तदनुसार, पिम्परी चिंचवड़ मनपा और अन्य क्षेत्रों से कोरोना संक्रमित रोगियों को सीधे ऑटो क्लस्टर में भर्ती नहीं करने के आदेश दिए हैं। यहां केवल वाईसीएम हॉस्पिटल द्वारा संदर्भित मरीजों को ही एडमिट करने के आदेश जारी किए गए हैं। इस बारे में वाईसीएम के अधिष्ठाता डॉ. राजेश वाबले की सूचना पर डॉ. हर्षल पांडवे, प्राध्यापक पी.एस.एम के जरिये वाईसीएम से ऑटो क्लस्टर में मरीज संदर्भित किये जाएं। वे डॉ. राहुल गायकवाड, डॉ. गौरव वडगावकर से समन्वय साधकर ऑटो क्लस्टर में उपलब्ध बेड की जानकारी लेकर मरीजों को यहां संदर्भित करें। उपलब्ध बेड की पुष्टि करने के बाद जिले ऑटो क्लस्टर के जंबो कोविड सेंटर में सदर्भित करने की कार्यवाही करें, ऐसा मनपा आयुक्त ने अपने आदेश में कहा है।