किसानों की ट्रैक्टर रैली…अधिकारियों ने कहा अनुमति नहीं, आंदोलनकारी बोले-गणतंत्र दिवस की यह तैयारी 

नई दिल्ली . ऑनलाइन टीम : आंदोलनकारी किसानों की ट्रैक्टर रैली सरकार को चुनौती देने के लिए निकल चुकी है। गाजीपुर बॉर्डर से किसानों ने ट्रैक्टर रैली शुरू की। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि ट्रैक्टर रैली 26 जनवरी की तैयारी है। हमारा रूट यहां से डासना है उसके बाद अलीगढ़ रोड पर हम रुकेंगे वहां लंगर होगा, फिर वहां से हम वापस आएंगे और नोएडा वाले ट्रैक्टर पलवल तक जाएंगे। हम सरकार को समझाने के लिए ये कर रहे हैं।

इस बीच,  भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण  के अधिकारियों ने कहा कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर ट्रैक्टरों की अनुमति नहीं है। एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि किसानों के ट्रैक्टर मार्च से दोनों प्रमुख हाईवे पर यातायात प्रभावित होगा।  ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर प्रति दिन लगभग 50000 यात्री कारें गुजरती हैं, जबकि यूपी गेट मार्ग पर लगभग 80000 वाहन गुजरते हैं। चुनौती के बीच इस आंदोलन में आगे क्या होगा, समय का इंतजार है।

जानकारी के अनुसार, पहले किसान पलवल तक ट्रैक्टर रैली निकालने वाले थे, लेकिन अब वे नोएडा तक ही जाएंगे और गाजीपुर लौटेंगे। यूपी गेट से सैकड़ों ट्रैक्टर NH-9 के दिल्ली-गाजियाबाद कैरिजवे से होते हुए डासना तक लगभग 19 किमी की दूरी तय करेंगे। ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए बुराड़ी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।  नूंह में  कुंडली-मानेसर-पलवल टोल प्लाज़ा  पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। किसानों ने भाजपा और एनडीए के घटक दलों का भी विरोध करने और जनजागरण अभियान चलाने का फैसला लिया है। पहले यह कार्यक्रम 6 जनवरी को होना था लेकिन मौसम को देखते हुए इसे एक दिन के लिए टाल दिया गया था।

किसान संगठनों और सरकार के बीच इससे पहले 4 जनवरी को 8वें दौर की हुई बातचीत बेनतीजा रही थी। किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की अपनी मांग पर अड़े हुए है, वहीं सरकार लगातार नए कानून के फायदे गिनाने में लगी हुई है। अब दोनों पक्षों के बीच अगले दौर की बातचीत कल यानी 8 जनवरी को होगी।