तेलंगाना में कांग्रेसनीत गठबंधन को ध्वस्त कर टीआरएस की जोरदार जीत

हैदराबाद, 11 दिसम्बर (आईएएनएस)| तेलगांना के गौरव और प्रतिष्ठा के नाम पर तथा कल्याणकारी योजनाओं के बल पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव अपनी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को जबरदस्त जीत की ओर ले जा रहे हैं। कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है।

सभी चुनाव-पूर्व सर्वेक्षण और एक्जिट पोल के अनुमानों से भी कहीं आगे जाकर टीआएस यहां 62 सीटों पर जीत चुकी है और 25 पर आगे चल रही है। कांग्रेस 14 जीत सीट जीत चुकी है और पांच पर आगे है।

भारतीय जनता पार्टी ने यहां केवल एक सीट पर कब्जा जमाया है। पिछली बार उसके पांच विधायक थे।

इस शानदार जीत से गदगद टीआरएस कार्यकर्ता पूरे राज्य में खुशियां मना रहे हैं।

राज्य में जल्द चुनाव कराने का जुआ खेलने वाले राव को इस निर्णय से जबरदस्त फायदा हासिल हुआ। ऐसा माना जा रहा था कि कांग्रेस नीत पीपुल्स फ्रंट टीआरएस को जोरदार टक्कर देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

टीआरएस प्रमुख और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव गजवेल सीट से दोबारा चुने गए हैं। उनके बेटे के.टी. रामा राव और भतीजे हरीश राव ने भी क्रमश: सिरसिला और सिद्दीपेट सीटों से जीत दर्ज की है।

इस शानदार जीत से प्रसन्न मुख्यमंत्री ने यहां मीडिया से कहा कि वह नए आर्थिक मॉडल के साथ भाजपा और कांग्रेस का विकल्प बनने के लिए कार्य करेंगे।

उनके बेटे और मंत्री रामा राव ने ट्वीट कर कहा, “आभारी, ऋणी और विनम्र। केसीआर में विश्वास जताने और हमें आपकी सेवा करने का एक और अवसर देने के लिए तेलंगाना आपका शुक्रिया।”

मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी कविता ने मीडिया से कहा कि यहां कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं थी क्योंकि तेलंगाना सरकार ने बीते चार वर्षो में सभी मोर्चे पर बेहतरीन काम किया है।

उन्होंने केहा “बीते साढ़े चार सालों में हमारी मेहनत रंग लाई है।”

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कल्याणकारी कार्यक्रमों और तेलंगाना की प्रतिष्ठा ने यहां पार्टी के लिए कार्य किया है।

राज्य विधानसभा पहले भंग करने के निर्णय के बाद केसीआर यहां अपने मित्र दल आल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के साथ मिलकर 100 सीट से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने के प्रति आश्वस्त थे। जबकि कई लोग इसे उनका अति-आत्मविश्वास मान रहे थे, लेकिन चुनाव नतीजे उनके दावे को सही साबित करती दिख रहे हैं।

यहां से कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है, जिनमें से विधायक दल के नेता के. जना रेड्डी, राज्य कार्यकारी अध्यक्ष रेवंथ रेड्डी और पोन्नम प्रभाकर शामिल हैं।

एआईएमआईएम तीन सीट जीत चुकी है और चार सीटों पर आगे चल रही है।

कांग्रेसनीत गठबंधन में शामिल तेलुगू देशम दो सीट पर आगे है जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और तेलंगाना जन समिति का खाता नहीं खुला है।

यहां शुक्रवार को 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 73.20 प्रतिशत मतदान हुआ था।