ट्रंप ने कहा- व्हाइट हाउस अभी नहीं छोड़ूंगा, रिजल्ट अभी बाकी है

वॉशिंगटन . ऑनलाइन टीम : अमेरिका के निर्वतमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि मैं तब तक व्हाइट हाउस तब तक नहीं छोडूंगा जब   तक ‘इलेक्टोरल कॉलेज’जो बाइडन को विजेता घोषित नहीं करता है।

चुनाव होने से पहले ही इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि अगर डोनाल्ड ट्रंप चुनाव हार जाते हैं तो वो आसानी से कुर्सी नहीं छोड़ेंगे। खुद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर वोटों की गिनती सही नहीं होती है, तो मैं इस पर विचार करूंगा। अब चुनाव के बाद वही हुआ है, डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया है कि वोटों की गिनती में धांधली हुई है और वो चुनाव जीत चुके हैं।

ट्रंप ने ‘थैंक्सगिविंग डे’पर अपने भाषण में यह भी कहा कि अगर बाइडन को विजेता घोषित किया जाता है तो यह इलेक्टोरल कॉलेज की एक बड़ी गलती होगी।  व्हाइट हाउस छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर, मैं छोड़ूंगा। यह दूसरे कार्यकाल का पहला (थैंक्सगिविंग) भी हो सकता है।

साथ ही ट्रंप ने जॉर्जिया में दो सीनेट सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए रैली करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि वह जॉर्जिया में रिपब्लिकन उम्मीदवार सीनेटर डेविड पेर्ड्यु और सीनेटर केली लोफ्ल के लिए अपने हजारों समर्थकों के साथ शनिवार को रैली करेंगे। यहां पांच जनवरी को होने वाले उपचुनाव के बाद ही स्पष्ट होगा कि जॉर्जिया किस पार्टी के हिस्से में जाता है।

अभी तक अमेरिकी इतिहास में ऐसा नहीं हुआ है कि किसी राष्ट्रपति ने चुनाव के बाद व्हाइट हाउस छोड़ने से ही इनकार कर दिया हो। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप अगर ऐसा करते हैं तो फिर पूरी दुनिया की निगाहें उन पर होंगी। अमेरिकी संविधान के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप के पास 20 जनवरी तक बतौर राष्ट्रपति सारी ताकत होंगी। यानी वो अमेरिकी सेना के सुप्रीम कमांडर होंगे और उनके ही आदेश मान्य होंगे। लेकिन, अगर ट्रंप 20 जनवरी तक व्हाइट हाउस नहीं छोड़ते हैं तो 21 जनवरी को जो बाइडेन के हाथ में सारी ताकत आ जाएगी। और उस वक्त सेना, सुरक्षागार्ड और व्हाइट हाउस पर ट्रंप का कोई अधिकार नहीं बचेगा। अमेरिकी संविधान के 20वें संशोधन के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप से ये अधिकार 21 जनवरी को छिन जाएंगे। ऐसे में नया राष्ट्रपति उन्हें बाहर निकालने का आदेश दे सकता है।  बतौर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके परिवार के पास सुरक्षा रहेगी, लेकिन राष्ट्रपति का स्टाफ उनके लिए काम करना बंद कर देगा।

गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप की ओर से ऐलान किया गया है कि जबतक आखिरी वोट नहीं गिना जाता और सुप्रीम कोर्ट का निर्णय नहीं आता, वो अपनी हार स्वीकार नहीं करेंगे। अभी टीम ट्रंप की ओर से कई राज्यों में याचिकाएं डाली गई हैं, जिनमें दोबारा वोटों की गिनती की मांग है, वोटों की गिनती के तरीके की जांच की मांग की गई है। मौजूदा हालात में अमेरिका में सत्ता का ट्रांसफर इतना आसानी से होता नहीं दिख रहा है।