उद्धव ठाकरे ने योगी को दी चुनौती, कहा- हिम्मत है तो फ़िल्म सिटी को यूपी ले जाकर दिखाएं

मुंबई. ऑनलाइन टीम : अक्सर कहा जाता है कि मुम्बई लोगों की किस्मत ‘संवारती’है। देश भर से हर दिन लाखों लोग अपने हसीन सपने पूरे करने मुम्बई आते हैं। बॉलीवुड का नाम अंग्रेजी सिनेमा उद्योग हॉलीवुड के तर्ज पर रखा गया है। हिन्दी फिल्म उद्योग बॉलीवुड में बनीं हिन्दी फिल्में हिन्दुस्तान, पाकिस्तान और दुनिया के कई देशों के लोगों के दिलों की धड़कन हैं।

अब इसी फिल्म सिटी को लेकर अब दो प्रदेश और दो मुख्यमंत्री आमने-सामने हैं। सुशांत प्रकरण के बाद उपजे लगातार विवादों के बीच ड्रग्स कनेक्शन की बात सामने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अपने यहां फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की थी। अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने  योगी आदित्यनाथ को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर हिम्मत है तो वह फिल्म सिटी को उत्तर प्रदेश में ले जाकर दिखाएं। सिनेमा जगत से जुड़े हुए एक वेबिनार में गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बोल रहे थे।

ध्यान रहे इसके पहले शिवसेना के मुखपत्र सामना ने भी यूपी में फिल्म सिटी स्थापना को लेकर योगी पर निशाना साधा गया था। सामना ने तब लिखा था कि जब लॉकडाउन और कोरोना की वजह से फिल्म सिटी बंद है, तब योगी जी नई फिल्म सिटी बनाने की बात कर रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय सलाहकारों के मार्गदर्शन के साथ यह काम शुरू किया जाएगा और अगले ढाई वर्ष के भीतर यह काम पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन वह जान लें कि यह सब होने के बाद भी मुंबई की फिल्म सिटी का महत्व कम नहीं होगा। दुनियाभर में बॉलीवुड कलाकारों के चाहने वाले लोग मौजूद हैं। मुंबई महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक राजधानी भी है।

शिवसेना ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि बीते कुछ दिनों से कुछ लोगों की वजह से बॉलीवुड को बदनाम करने की भी साजिश की जा रही है, जो बेहद ही दुखद है। इसी क्रम में उद्धव ठाकरे ने मुंबई फिल्म सिटी में आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाने का भी भरोसा फिल्म जगत को दिया है। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई सारी समस्याएं और परेशानियां हैं जिनको दूर करने का काम हमारी सरकार करेगी।

गौरतलब है कि योगी की घोषणा के साथ ही यूपी में नया ‘बॉलीवुड’ बसाने के सपने साकार करने में सिने जगत के दिग्गज हमकदम हो लिए हैं। उन्होंने रियायती दर पर जमीन की मांग से इसकी शुरूआत कर दी है तो सरकार ने भी रजामंदी का संकेत दिया है। फिल्मी दिग्गजों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि यूपी में संपूर्ण फिल्म सिटी बनेगी। सबसे बड़ी नई फिल्म सिटी युमना एक्सप्रेसवे के किनारे ग्रेटर नोएडा में बनेगी।
बता दें कि बॉलीवुड में करीब 20 भाषाओं में फिल्में बनती हैं, लेकिन इसमें 80 फीसदी हिस्सा हिन्दी फिल्मों का है। हिन्दी फिल्मों में उर्दू, अवधी, बम्बइया हिन्दी, भोजपुरी, राजस्थानी जैसी बोलियाँ भी संवाद और गानों में देखने को मिल जाती हैं। यहां का देश के शुद्ध बॉक्स ऑफिस राजस्व में से 43 प्रतिशत का योगदान रहता है, जबकि तमिल और तेलुगू सिनेमा 36 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं। बाकी के क्षेत्रीय सिनेमा का योगदान मात्रं 21 प्रतिशत है। बॉलीवुड दुनिया में फिल्म निर्माण के सबसे बड़े केंद्रों में से एक है और  इस फिल्म इंडस्ट्री को दुनिया की नंबर दो हैसियत दिलाने में हिन्दी भाषी लोगों का विशेष योगदान है।