यूपी के अलीगढ़ में 10 हजार के लिए 3 साल की मासूम की हत्या 

अलीगढ़ : समाचार ऑनलाईन – उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ढाई साल की मासूम ट्विंकल की जघन्य हत्या के मामले की जांच के लिए एसएसपी ने एसआईटी का गठन किया गया है। इस टीम की अगुवाई एसपी क्राइम और एसपी देहात करेंगे। इस टीम में छह लोगों को शामिल किया गया है। एसपी देहात मणिलाल पाटीदार इस टीम के प्रभारी होंगे। इसमें सीओ खैर, चार विवेचक के साथ एक महिला थाना इंचार्ज सुनीता मिश्रा को टीम में शामिल किया गया है। इस मामले की जांच में मदद के लिए एफएसएल और एसओजी टीम को भी लगाया गया है। बच्ची के पिता ने आरोपियों मोहम्मद जाहिद और मोहम्मद असलम को फांसी देने की मांग की है। बच्ची के परिजनों ने एक आरोपी की पत्नी और उसके छोटे भाई को भी मामले में गिरफ्तार करने और आरोपी बनाने की मांग की है। इस पर पुलिस का कहना है कि इस घटना की जांच की जा रही है। इसमें जिसको भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

यूपी पुलिस ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है। इससे मामले की जांच में तेजी आने के आसार है। वहीं एसएसपी आकाश कुलहरि ने एसआईटी का गठन, एसपी देहात मणिलाल पाटीदार के नेतृत्व में सीओ खैर पंकज श्रीवास्तव के पर्यवेक्षन में 4 विवेचक जांच करेंगे। इन्हें 15 से 20 दिन में मामले को लेकर रिपोर्ट देनी होगी। विवेचकों में इन्स्पेक्टर टप्पल, इंस्पेक्टर महिला थाना सहित 4 इंस्पेक्टर शामिल हैं। इसके साथ ही इस घटना  की फॉरेंसिक रिपोर्ट आगरा भेज दी गई है। इस घटना को लेकर पुलिस सोशल मीडिया पर लोगों को जानकारी दे रही है। मामले में एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद कुमार का कहना है कि मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। फॉरेंसिक साइंस टीम, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और विशेषज्ञों की एक टीम को भी एसआईटी में शामिल किया गया है। इस मामले में एसआईटी फास्ट ट्रैक आधार पर कार्रवाई करेगी। आरोपियों के खिलाफ पोक्सो एक्ट और एनएसए के तहत भी कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस का कहना है कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की कोशिश की जा रही है। मामले के सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की भी कोशिश की जा रही है। वहीं,  बच्ची के पिता ने कहा कि मामले में दोषियों को फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर पुलिस पहले से हरकत में आ जाती, तो यह घटना नहीं हुई होती। उन्होंने कहा कि मामले में किसी निर्दोष को नहीं फंसाया जाना चाहिए और किसी दोषी को बख्शा भी नहीं जाना चाहिए।

हत्या पर फूटा देश का गुस्सा
दिल दहला देने वाली इस घटना को लेकर हिंदुस्तान उबल रहा है और सोशल मीडिया पर भी लोग अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। इस घटना को लेकर लोग लगातार ट्वीट कर रहे हैं और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। फिल्म जगत से लेकर क्रिकेट जगत के दिग्गजों ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया है और वारदात की कड़ी आलोचना की है।

इस मासूम बच्ची के साथ जो हैवानियत हुई, वो इंसानियत को शर्मसार करने वाली है। उसको बिस्किट देने के लालच में बुलाया गया था और उसकी हत्या कर दी गई। हत्यारों ने मासूम की आंखें निकाल ली और उसके शरीर में तेजाब डालकर तीन दिन तक बोरे में भरकर घर में रखा। इतना ही नहीं, बाद में मासूम की लाश को कचरे के डिब्बे में फेंक दिया, ताकि कुत्ते उसके शरीर को नोचकर खा जाएं।

कूड़े से मिला मासूम का शव
इस हत्या का आरोप मोहम्मद जाहिद और मोहम्मद असलम पर है। इनको गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बूढ़ा गांव में रहने वाली यह मासूम बच्ची 31 मई को अपने घर से लापता हो गई थी। जब खोजबीन करने के बाद बच्ची का कुछ पता नहीं चला, तो परिवार वालों ने बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। हालांकि बच्ची को बचाया नहीं जा सका और 31 मई को ही हत्या कर दी गई।
इस घटना का खुलासा वारदात के 5 दिन बीत जाने के बाद तब चला, जब एक कूड़े के ढेर के पास से बच्ची की लाश मिली। कूड़े के ढेर में कुत्ते बच्ची की लाश को नोंच रहे थे और उसमें से बदबू आ रही थी। कूड़े से बच्ची की लाश मिलने के बाद आशंका जताई जा रही थी कि मासूम के साथ रेप हुआ है, लेकिन बाद में अलीगढ़ के एसएसपी आकाश कुलहरी ने बयान दिया कि बच्ची की मौत गला दबाने से हुई है।