अगले 50 सालों के लिए किया जा रहा है जलापूर्ति का नियोजन

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – पवना बांध लबालब रहने के बावजूद पानी की किल्लत बने रहने के मुद्दे को विरोधी पार्टियों ने चुनावी मुद्दा बना दिया है। इसका जवाब देते हुए भाजपा के नगरसेवक सन्दीप कस्पटे ने चिंचवड़ विधानसभा क्षेत्र से महायुति के प्रत्याशी विधायक लक्ष्मण जगताप के प्रचारार्थ वाकड़ में आयोजित सभा में यह जानकारी दी कि, पिंपरी चिंचवड़ शहर में अगले 50 सालों तक बढ़ने वाली आबादी के लिए पर्याप्त साबित जलापूर्ति का नियोजन सत्तादल भाजपा द्वारा किया जा रहा है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिंपरी-चिंचवड शहर की आबादी हर साल 10 फीसदी से बढ़ रही है। नौ सालों में शहर की आबादी 10 लाख से बढ़ी है।2011 में रही 17 लाख की आबादी अब 27 लाख तक पहुंच गई है। आबादी वृद्धि की रफ्तार को ध्यान में रख अगले 50 सालों की आबादी के लिए पर्याप्त जलापूर्ति का नियोजन अभी से किया जा रहा है।भामा-आसखेड, आंद्रा और पवना इन तीन बांधों से शहर के लिए 400 एमएलडी पानी आरक्षित किया गया है। इससे पानी की किल्लत दूर होने में मदद मिलेगी, यह दावा भी उन्होंने किया।
भूतपूर्व नगरसेवक विनायक गायकवाड़ ने कहा कि,  इतनी घनी आबादी वाले पिंपरी चिंचवड़ शहर में पवना बांध से जलापूर्ति की जा रही है। जलसंपदा विभाग ने 2011 में 17 लाख की आबादी के लिए 379 एमएलडी पानी का कोटा मंजूर किया है। अब जबकि आबादी 27 लाख तक पहुंच गई है तो यह कोटा अपर्याप्त साबित हो रहा है। इसे ध्यान में रखकर भाजपा ने अगले 50 सालों की जलापूर्ति का नियोजन किया है। शहर के लिए भामा-आसखेड बांध से 167 एमएलडी, आंद्रा बांध से 100 एमएलडी और पवना बांध से 133 एमएलडी पानी का कोटा मंजूर करवाया गया है। इसके लिए सिंचन पुनर्स्थापन खर्च की पहली किश्त के तौर पर मनपा ने आंद्रा बांध के लिए 20 करोड़, भामा-आसखेड बांध के लिए 20 करोड़ 87 लाख रुपए और पवना बांध के लिए 10 करोड़ रुपए चुकाए है। चिखली में नियोजित जलशुद्धीकरण केंद्र तक 100 एमएलडी पानी लाकर शुद्धिकरण की प्रक्रिया की जाएगी और शहर में उसकी आपूर्ति की जाएगी।