नदी तट से जलकुंभी खेतों को पानी दें :  गिरीश बापट 

पुणे : समाचार ऑनलाईन – वर्तमान में पानी की कमी के मद्देनजर पुणे शहर को जुलाई के आखिर तक जलापूर्ति करने हेतु मुंढवा स्थित जैकवेल से सटे नदीपाट से जलकुंभी निकालकर खेती हेतु पानी उपलब्ध कराया जाए। पालकमंत्री गिरीश बापट ने सोमवार को सिंचाई विभाग व मनपा के अधिकारियों को यह निर्देश दिया।पालकमंत्री बापट व महापौर मुक्ता तिलक ने सोमवार को अधिकारियों के साथ खड़कवासला जैकवेल व मुंढवा जैकवेल प्रोजेक्ट्स का विजिट किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से इस बात पर चर्चा की कि उपलब्ध जलस्तर के आधार पर जुलाई के आखिर तक पुणे शहर के पेयजल व खेती के लिए पानी कैसे चलाया जा सकता है? अधिकारियों ने बताया कि खड़कवासला डैम का पानी संभलकर व योजनाबद्ध ढंग से इस्तेमाल करने पर जुलाई के आखिर तक नियमित जलापूर्ति करना संभव है। इस दौरान खड़कवासला जैकवेल में लगाए गए वाटर मीटर का निरीक्षण भी किया गया।

इसके बाद टीम ने मुंढवा जैकवेल का जायजा लिया। मुंढवा जैकवेल में मुठा नदी के गंदे पानी पर प्रक्रिया कर उसे बेबी कैनॉल के जरिए खेती के लिए उपलब्धण कराया जाता है, लेकिन इस जैकवेल परिसर में बड़े पैमाने में जलकुंभी रहने से यह प्रोजेक्ट बंद रखा गया है और जलकुंभी हटाने का काम जारी है। इस बीच, गिरीश बापट ने मनपा आयुक्त सौरभ राव को जलकुंभी हटाने का काम जल्द पूरा होने हेतु अतिरिक्त जेसीबी व स्पायडर मशीन उपलब्ध कराने का आदेश दिया। साथ ही जलकुंभी हटाने के बाद मच्छरों की पैदावार न होने देने के लिए तुरंत दवाई का छिड़काव करने का निर्देश दिया। मनपा आयुक्त व महापौर ने बताया कि जलकुंभी हटाने के लिए निजी स्वयंसेवी संस्थाएं भी आगे आ रही हैं। इस अवसर पर शिरूर के विधायक बाबूराव पाचर्णे ने शिकायत की कि खराड़ी स्थित तटबंध पर लगाये गये गेट की वजह से खराड़ी से आगे नदी के पाट में कम मात्रा में पानी आ रहा है और उसका प्रवाह भी धीमा हो गया है।