हमने मराठा आरक्षण दिया लेकिन भाजपा ने खत्म कर दिया : नारायण राणे

एक मराठी न्यूज चैनल के इंटरव्यू में पूर्व मुख्यमंत्री का सनसनीखेज दावा
मुंबई : समाचार ऑनलाइन – मराठा आरक्षण के संदर्भ में पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि हमने आरक्षण दिया था, लेकिन भाजपा सरकार ने उसे समाप्त कर दिया। एक मराठी न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में नारायण राणे ने यह खुलासा किया।
उन्होंने कहा कि हमने आरक्षण दिया था, इसके बाद इस पर राजनीति हुई और कुछ लोग इस आरक्षण के खिलाफ कोर्ट चले गए। कोर्ट जाने वाले उन लोगों की जांच होनी चाहिए। सही समय आने पर उन लोगों के नाम बताऊंगा। वहीं कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने मराठाओं को तीन टर्म में आरक्षण क्यों नहीं दे पाई? मैं नहीं बता सकता हूं
मैंने भाजपा में प्रवेश नहीं किया है। केवल भाजपा के समर्थन पर राज्यसभा में गया हूं। उन्होंने कहा कि सत्ताधारियों द्वारा समस्या पैदा करने से आरक्षण रुका है। कानून के हद में रहते हुए आरक्षण दिया गया था और वह शुरू ही हुआ था।
हमारी रिपोर्ट पर केवल मराठा समाज को आरक्षण दिया गया था। उन्होंने कहा, राज्य सरकार से आरक्षण देने की मांग हमने की थी। सभी दिक्‍कतों को दूर किया गया था। राणे समिति ने इस पर अध्ययन किया है। मराठाओं के सामाजिक, आर्थिक सर्वे के बाद राज्य सरकार को आरक्षण देने का अधिकार मिलता है। उसी हिसाब से अधिकारों का इस्तेमाल करके आरक्षण दिया जा सकता है। रिपोर्ट आने से पहले विवाद करना ठीक नहीं है। रिपोर्ट की सिफारिशों के बाद मैं बोलूंगा। तकनीकी दृष्टि से रिपोर्ट में मराठा और कुणबी दोनों को शामिल किया गया है या नहीं इसे देखना होगा। इसके बाद रिपोर्ट पर कुछ बोलूंगा।
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में आरक्षण को लेकर अच्छी सिफारिशें आने की उम्मीद है। धारा 16 व 17 में फिट बैठने वाला और कानून के सामने टिकने वाला आरक्षण दिया जाए। हमने 18 लाख परिवारों का सर्वे किया था और उन्होंने 45 लाख परिवारों का सर्वे किया है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को हमने रिपोर्ट भेजी। लेकिन पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा किसी भी तरह की राय नहीं आने पर हमने मंत्रिमंडल की बैठक कर इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस मराठाओं को तीन टर्म में आरक्षण क्यों नहीं दे पाई? मैं नहीं बता सकता हूं। लेकिन जब मुझे मराठा आरक्षण की जिम्मेदारी दी गई मैंने उसे इमानदारी से निभाया।