पुणे : समाचार ऑनलाईन – पुणे शहर में पे एंड पार्क नीति को मंजूरी मिली है, लेकिन फिर भी इस नीति पर अमल करने जान-बूझकर देरी की जा रही है। अब तो यह योजना विधानसभा चुनावों के मद्देनजर रद्द करने के आसार पैदा हो गए हैं।
अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है पे एंड पार्क योजना शुरूआत से विवाद में फंसी है। इस योजना पर अमल नहीं करना था, इसलिए योजना में बाधा लाने के कई प्रयास किए गए। यह रोड नहीं, वहां पर नहीं, पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अमल करने, इसी रोड पर करेंगे, समिति का गठन करेंगे जैसी कई बातों से योजना चर्चा में रही। इतना होने के बाद भी इस योजना के बारे में अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है।
शहर की यातायात समस्या व सड़कों पर गाड़ियों की संख्या कम करने हेतु मनपा प्रशासन ने पार्किंग नीति तैयार की। इस नीति को मनपा की साधारण सभा ने मंजूरी दी। लेकिन अब तक इस नीति पर अमल नहीं किया गया। शहर में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 5 सड़कों पर पे एंड पार्क करने की जानकारी प्रशासन की ओर से दी गई थी। पिछले एक वर्ष से सत्ताधारी पांच सड़कें तय नहीं कर सके। इससे यह स्पष्ट होता है कि इस योजना को नागरिकों का तीव्र विरोध देखते हुए इस पर अमल करने सत्ताधारी तैयार नहीं हैं। यह नीति रद्द करने के आसार बढ़ गए हैं।