नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – सोमवार को सांख्यिकी विभाग द्वारा को थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी किए हैं. यह ताजे आंकड़े आम जनता के लिए राहत भरे हो सकते हैं. विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जून में थोक महंगाई दर 2.02% रही है. यह पिछ्ले लगभग 2 सालों में सबसे कम स्तर पर हैं. हम साल 2017 की बात करें तो जुलाई (2017) में यही दर 1.88% दर्ज की गई थी.
विशेषज्ञों के मुताबिक थोक महंगाई की दरें ऊपर- नीचे आने के प्रमुख कारणों में सब्जियों और ईंधन-बिजली की कीमतों में कमी आना या बढना हैं. इसी तरह फिलहाल (जून) महंगाई की दर नीचे आने का मुख्य कारण सब्जियों और ईंधन-बिजली की कीमतों में कमी आना है. मई में महंगाई की दर 2.45% दर्ज की गई थी.
सांख्यिकी विभाग ने आंकड़े मई और जून की महंगाई दर के जो आंकड़े पेश किए हैं उनसे दोनों महीनों की महंगाई दर को समझा जा सकता है- वें इस प्रकार हैं-
श्रेणी मई में महंगाई दर जून में महंगाई दर
खाद्य वस्तुएं 6.99% 6.98%
सब्जियां 33.15% 24.76%
आलू -23.36% -24.27%
प्याज 15.89% -16.63%
ईंधन-बिजली 0.98% -2.20%
मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट 0.94% 0.94%
अप्रैल की थोक महंगाई दर 3.07% से संशोधित कर 3.24% की गई है. सांख्यिकी विभाग ने पिछले हफ्ते खुदरा (रिटेल) महंगाई दर के आंकड़े जारी किए थे. खाद्य वस्तुओं की खुदरा कीमतें ज्यादा बढ़ने की वजह से यह जून में 3.18% रही. यह पिछले 8 महीने में सबसे ज्यादा है.