Snapdeal पर 80% ऑर्डर्स महाराष्ट्र से ही क्यों आते है? जानिए वजह

पुणे, 26 नवंबर : महाराष्ट्र से आने वाले 80% ऑर्डर्स नागपुर, नासिक, कोल्हापुर, अहमदनगर और औरंगाबाद जैसे मध्यम व छोटे शहरों से मिल रहे हैं तथा कराड, धुलिया, सांगली, खामगांव, जलगांव से मांग में तेजी से वृद्धि हो रही है. इनमें साड़ियों, फर्निशिंग्स, जेवर आदि से संबंधित चीजें अधिक हैं. यह जानकारी स्नैपडील के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रजनीश वाही ने मंगलवार को होटल ग्रैंड शेरेटन में आयोजित पत्रकार-वार्ता में दी.

महाराष्ट्र के उपभोक्ताओं के सबसे प्रिय उत्पाद घड़ियां, उपहार कार्ड, कुर्तियां, मंगलसूत्र, फोन कवर्स आदि हैं तथा हमारे साथ राज्य के 30 हजार से भी अधिक विक्रेता जुड़ गये हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय रिटेल क्षेत्र का मौजूदा टर्नओवर लगभग 56 लाख करोड़ रुपये है और 2025 तक यह 138 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ेगा. कुल रिटेल में ऑनलाइन खरीदी का प्रमाण फिलहाल 2% से 3% है तथा 2025 तक यह 10 प्रतिशत तक बढ़ेगा. अगले 6-7 वर्षों में भारत के ऑनलाइन मार्केट का टर्नओवर 14 लाख करोड़ रुपयों तक पहुंचेगा, जो अब लगभग 2.8 लाख करोड़ रुपये है.

ऑनलाइन खरीदारों की मांगों में विभिन्न विविधता है. उनके शहर, उनके द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला मीडिया, उनकी भाषा, ऑनलाइन खरीदी की मात्रा व इन्कम में काफी अंतर है. उपकरणों के अधिकतर विक्रेता भिवंडी के हैं तथा फैशन व फर्निशिंग्स के विक्रेता महाराष्ट्र के सभी क्षेत्रों में हैं.

रजनीश वाही ने बताया कि महाराष्ट्र के स्नैपडील के खरीदारों में घड़ियां, डिजिटल गिफ्ट कार्ड्स, वायरलेस ब्लू टूथ इयरफोन्स व फिटनेस ट्रैकर्स का सबसे अधिक इस्तेमाल करने वाले हैं. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में कुल 2302 पिन कोड्स हैं जिनमें से 2289 स्थानों में स्नैपडील ने व्यवसाय का विस्तार किया है.