कप्तान हरमनप्रीत को क्यों कहा गया ‘अपरिपक्व’, ‘झूठी’ और ‘चालाक’

नई दिल्ली: समाचार ऑनलाइन – भारतीय महिला क्रिकेट टीम भी राजनीति का शिकार हो रही है। सेमीफाइनल में हार के बाद अब कप्तान हरमनप्रीत कौर सवालों के घेरे में हैं, क्योंकि उन्होंने अनुभवी बल्लेबाज़ मिताली राज को सबसे महत्वपूर्ण मैच से बाहर रखा। कप्तान का यह फैसला किसी को भी समझ नहीं आ रहा है, क्योंकि मिताली ने पिछले तीनों मैचों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। कई दिग्गज क्रिकेटरों ने हरमनप्रीत कौर के मिताली को न खिलाने के निर्णय की आलोचना की है, वहीं मिताली राज की मैनेजर अनीशा गुप्ता ने एक ट्वीट के जरिए हरमनप्रीत को ‘अपरिपक्व’, ‘झूठी’ और ‘चालाक’ बताया है।

अनीशा ने अपने ट्वीट में लिखा है- “दुर्भाग्यवश भारतीय टीम राजनीति में विश्वास करती है न कि खेल में। भारत और आयरलैंड मैच में मिताली राज का अनुभव कितना काम आ सकता था इसको देखने के बाद भी हरमनप्रीत जो ‘अपरिपक्व’, ‘झूठी’ और ‘चालाक’ हैं, को अपने मन की करने दी गई।” अनीशा का कहना है कि मैं नहीं जानती की अंदर क्या चल रहा है लेकिन चूंकि मैचों का प्रसारण हो रहा है तो हम देख सकते हैं कि कौन प्रदर्शन कर रहा है और कौन नहीं। हम देख सकते हैं कि मिताली के साथ अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी क्या हो रहा है। इसके पीछ काफी गहराई है जिसे देखने की जरुरत है।”

गौरतलब है कि मिताली राज ने विश्व कप में तीन मैच खेले और टूर्नामेंट में 53.50 की औसत से 107 रन बनाए, जिसमें दो अर्धशतक शामिल है।. मिताली को बाहर करने के फैसले पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन और पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कमेंट्री करते हुए सवाल उठाए, लेकिन हरमनप्रीत ने अपने निर्णय का बचाव किया है।

भारत को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा और उसका पहली बार महिला टी-20 वर्ल्डकप जीतने का सपना टूट गया। सेमीफाइनल में हारने के बाद भी कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अपने इस फैसले को सही बताया। उन्होंने कहा कि हम जो भी निर्णय लेते हैं वो टीम के लिए लेते हैं। कभी यह काम करता है कभी नहीं लेकिन हमें कोई पछतावा नहीं है।