आखिरकार ‘बालाकोट स्ट्राइक’ के जगह मीडिया को जाने से क्यों रोक रहा पाकिस्तान

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान में घुसकर की गयी एयर स्ट्राइक पर लगातार सबूत मांगे जा रहे है। विपक्ष, विदेशी मीडिया लगातार इसकी मांग रहे है। बता दें कि भारतीय वायु सेना ने बालाकोट में एक पहाड़ी पर स्थित जिस मदरसे पर एयर स्ट्राइक की थी, वहां अभी भी मीडिया को जाने से रोका जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने गुरुवार को एक मीडिया एजेंसी की टीम को उस मदरसे और आसपास की इमारतों के पास जाने से एक समूह को रोक दिया। जहां पिछले सप्ताह भारतीय युद्धक विमानों ने हवाई हमले किए थे।

बताया जा रहा है कि पिछले 9 दिनों में यह तीसरी बार है जब रॉयटर्स के पत्रकारों ने इस क्षेत्र का दौरा किया। पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने पहुंच से इनकार करने के लिए सुरक्षा चिंताओं का हवाला दिया। इस्लामाबाद में सेना की प्रेस विंग ने दो बार मौसम और संगठनात्मक कारणों से साइट पर जाने का प्लान बदल दिया। एक अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा के कारण कुछ दिनों के लिए कोई यात्रा संभव नहीं होगी। 26 फरवरी को वायु सेना की कार्रवाई के बाद से ही पाकिस्तान कह रहा है कि वहां कोई नुकसान नहीं हुआ है और किसी की भी जान नहीं गई है। जिस दिन भारत ने ये कार्रवाई की, उस दिन विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि इसमें कथित प्रशिक्षण शिविर में बहुत बड़ी संख्या में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मारे गए है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रॉयटर्स की टीम मदरसे को 100 मीटर दूर से देख सकती थी। जिस इमारत को पत्रकार देखे सकते है, वह पेड़ों से घिरी हुई है, और इसमें क्षति या गतिविधि के कोई संकेत नहीं दिख रहे। यह देखते हुए मूल्यांकन बहुत सीमित है। वायु सेना द्वारा पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक करने के बाद लोगों का कहना है कि अगर कुछ नुकशान नहीं हुआ है तो पाकिस्तानी सेना व सरकार वहां जाने से मीडिया को बार-बार क्यों रोक रही है।