पाकिस्तानी राष्ट्रपति भवन में शर्मसार हुई महिला एक्टिविस्ट, अधिकारी ने की शारीरिक संबंध की मांग

इस्लामाबाद. ऑनलाइन टीम पाकिस्तानी  महिला एक्टिविस्ट मारिया इकबाल तराना ने आरोप लगाया है कि इस्लामाबाद स्थित अति सुरक्षित माने जाने वाले राष्ट्रपति भवन में अधिकारियों ने उनका उत्पीड़न किया था। तराना ने ट्वीट कर खुलासा किया कि  एक कार्यक्रम के सिलसिले में उन्हें राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया गया था। जब वह राष्ट्रपति भवन पहुंची तो उन्हें एक अधिकारी शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डालने लगा। जब उन्होंने इससे इनकार कर दिया, तब उस अधिकारी ने कहा कि आपको इस कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया है। आप यहां से चले जाएं। यह हरकत खुद राष्ट्रपति भवन का चीफ प्रोटोकॉल अफसर के पद पर तैनात अफाक अहमद ने की है। तराना ने इस मामले की जांच की मांग की है।

पाकिस्तान के किसी बड़े ब्यूरोक्रेट्स या राजनेता पर महिलाओं के साथ ऐसी हरकत करने के आरोप पहले भी लगे हैं। इससे पहले भी अमेरिकी महिला सिंथिया डी रिची ने पीपीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री रहमान मलिक पर साल 2011 में रेप करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि वह वीजा बढ़वाने के लिए रहमान के ऑफिस गईं थीं। इस दौरान उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया था।

बता दें कि मारिया इकबाल तराना शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले एक संगठन तालीम के संस्थापक हैं। इसके अलावा वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में महिलाओं की स्थिति, कश्मीर के लिए यूथ फोरम और पीपुल्स कमीशन फॉर मॉइनॉरिटी राइट्स की पूर्व अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।