पाकिस्तान में बुरे दौर के बुरे आर्थिक हालात जारी, एशिया में सबसे कमज़ोर हुआ पाकिस्तानी रुपया 

इस्लामाबाद : समाचार ऑनलाइन – देश में एग्जिट पोल के नतीजे सामने आने के बाद से शेयर बाजार पर पिछले कई दिनों से छाई मंडी का दौर लगता है खत्म होता जा रहा है । लेकिन हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में फ़िलहाल सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है । देश में शेयर बाजार जहां नई रौनक और चमक के साथ खुल रहा है वही पाकिस्तान  के शेयर बाजार में तबाही का दौर जारी हैं । हप्ते के पहले केएसई 100 इंडेस्क्स 800 अंक से ज्यादा नीचे  चला गया है । पाकिस्तान की अख़बार डॉन के मुताबिक वहां का सेंट्रल बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ पाकिस्तान आज आर्थिक सुधारों को लेकर बड़े फैसले लेने की तैयारी में लगा है । इन फैसलों का परिणाम देश की आम जनता पर भी होगा। फ़िलहाल पाकिस्तान की इस हालत को देखकर कई अर्थशास्त्री साल 2008 की आर्थिक मंदी  की तुलना इस मौजूदा दौर से करने लगे है । उनका आकलन है कि कुछ महीनों में महंगाई 10 फीसदी के पार चला जायगा।

पाकिस्तान के शेयर बाजार की यह बिगड़ी हालत क्यों है ?
डॉन के मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ़ पाकिस्तान ब्याज दरें 2 फीसदी तक बढ़ा सकता है । ए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा। कंपनियों पर इसका नेगेटिव असर होगा। कंपनी कर्ज पर ज्यादा ब्याज देगी।

आज रूपया एशिया में सबसे कमजोर करेंसी
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी रुपए एशिया की सबसे कमजोर करेंसी है । पिछले साल पाकिस्तानी रुपए में 20% से ज्यादा की गिरावट देखि गई थी । यह एशिया की 13 करेंसी में सबसे कमजोर करेंसी है ।

पाकिस्तान के मुकाबले अफगानिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल की मुद्राएं स्थिर बानी हुई है ।

एक डॉलर के मुकाबले अफगानिस्तान में करेंसी की मूल्य 79, भारतीय रुपए 70, बांग्लादेश टका 84, नेपाली रुपए 112 है ।

आर्थिक मंदी जैसे हालात
पाकिस्तान के रुपए में आई गिरावट से वहां के अर्थशास्त्री अब देश में आर्थिक मंदी की बातें करने लगे है । उनका मानना है कि सिर्फ दो दिन में पाकिस्तान का रुपए 5% टूट गया है । जबकि शेयर बाजार में 17 साल की सबसे बड़ी गिरावट पिछले हफ्ते देखने को मिली थी ।