गोपीनाथ मुंडे से प्यार करने वाले लोगों पर अन्याय नहीं होने दूंगी : पंकजा मुंडे

पिंपरी। पीडित और वंचित लोगों के विकास के लिए मुझे काम करना है. गोपीनाथ मुंडे साहब का उत्कृष्ट नेता बनने का सपना पूरा करना है. साहब लोकप्रतिनिधि बनाने वाला व्यक्तित्व थें। इसलिए उनसे जो प्यार करते हैं उनपर अन्याय नहीं होने दूंगी. यह कहना है स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे की बेटी और महाराष्ट्र की ग्रामविकास मंत्री पंकजा मुंडे का।.
 
स्वर्गीय लोकनेता गोपीनाथ मुंडे की 68वीं जयंती के मौके पर रहाटणी में लोकनेता गोपीनाथ मुंडे जयंती समिति की ओर से ‘आठवणीतले मुंडे साहेब’ कार्यक्रम में पंकजा बोल रहीं थीं. इस मौके पर पुणे की मेयर मुक्ता तिलक,पिंपरी चिंचवड के मेयर नितिन कालजे, आलंदी की नगराध्यक्ष वैजयंता उमरगेकर,पायलट रमीला लटपटे, विजय वडमारे, अंजिक्य गायकवाड का उनके हाथों सम्मान किया गया.
 
इस मौके पर सांसद अमर साबले, डॉ. अमित पालवे, लोकलेखा समिति अध्यक्ष अ‍ॅड. सचिन पटवर्धन, संघटन मंत्री सुनिल कर्जतकर, विधायक महेश लांडगे, वरिष्ठ नेता आझमभाई पानसरे, भाजपा प्रदेश सचिव उमा खापरे, प्रदेश सदस्य सदाशिव खाडे, पूर्व विधायक गोविंद केंद्रे, स्थायी समिती अध्यक्ष सीमा सावले, उपमहापौर शैलजा मोरे, पीएमआरडीए आयुक्त किरण गिते, शारदा मुंडे, शिवानंद महाराज, मराठवाडा जनविकास संघ के अध्यक्ष अरुण पवार, केशव घोलवे, बाबू नायर, नगरसेवक बाबा त्रिभूवन, तुषार कामठे, चंद्रकांत नखाते, रहुल जाधव, शत्रुघ्न काटे, मोरेश्‍वर शेंडगे, संदीप कस्पटे, अशोक मुंडे, केशव घोलवे, बाबु नायर, नगरसेविका शीतल शिंदे, सुनिता तापकीर, सविता खुले, आशा शेंडगे, श्रीनिवास बढे, आबा नागरगोजे, रघुनंदन घुले, सुभाष धराडे, दीपक नागरगोजे, गणेश ढाकणे, सुभाष पालवे, माउली थोरात, गणेश ढाकणे, सुभाष जावले,,  दिपक जाधव, अशोक सोनवणे, रवी बांगर, विजय सोनवणे, प्रकाश इंगोले, नितेन चिलवंत, नारायण दळवी, किशोर अट्टरगेकर, हरीभाऊ घायाल, वामन भरगंडे, नागेश जाधव, सुनिल भोसले, गौरीशंकर किणीकर आदी गणमान्य मौजूद थें.
 
पंकजा मुंडे ने कहा कि स्वर्गीय लोकनेता गोपीनाथ मुंडे ने हमेशा अपने समर्थकों के नगरसेवक, विधायक, सांसद बनने का मौका दिया.उनके बारे में बात करते समय मेरे आंखों में आंसू नहीं आए यह साहस उनकी वजह से ही मुझे मिला. उन्होंने भावना की राजनीति नहीं की.जो किया वह पूरी भावना से किया. इसलिए पूरे देश भर में उनकी जयंती पर कार्यक्रम हो रहे हैं. उनकी याद उनके दोस्तों को तो हमेशा आती हैं,लेकिन दुश्मनों को भी आती है. सकारात्मक सोच की वजह से वें सफल रहें. प्रमोद महाजन गोपीनाथ मुंडे की दोस्ती और विलासराव देशमुख के साथ की यादें भी पंकजा ने बताई. मुंडे साहब की वजह से ही मुझे 
अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण अडवाणी, राजनाथ सिंह, सुंदरलालजी पटवा के साथ रहकर कुछ सीखने को मिला. गोपीनाथ मुंडे हमेशा गर्व से कहते थें कि मेरी बेटी ने मुझे जीत दिलाई. लड़का-लड़की के बीच उन्होंने कभी भेदभाव नहीं किया. बारामती में मैंने जब युवा मोर्चा की एल्गार सभा ली थी तब वे देखने के लिए टीवी के सामने बैठे रहे थे.सभा में जुटी भीड़ और मेरा भाषण सुन उन्होंने फोन पर मेरा अभिनंदन किया था. युवाओं को मौका देना उनकी नीति थी. 
 
सांसद साबले ने कहा कि गोपीनाथ मुंडे का साथ नहीं मिलता तो मैं आज सासंद नहीं होता. दिल्ली में भी मुझे गोपानाथ मुंडे का आदमी के नाम से पहचानते है.। सत्ता में हो न हो लेकिन उन्होंने दुर्बल लोगों के आंसू पोंछने का काम किया.व्याख्याता अशोक बांगर ने पने व्याख्यान से गोपीनाथ मुंडे ने यादें ताजा की. प्रास्ताविक सदाशिव खाडे ने औ आभार मोरेश्वर शेडगे ने माना.