नोटबंदी के समय बिटकॉइन में निवेश के नाम पर ठगे गए हजारों निवेशक

क्रिप्टो करन्सी पर निवेश करनेवाले ज्यादातर लोग थे डॉक्टर, व्यापारी, हाउसवाइफ

नोटबंदी के समय बड़े पैमाने पर लोगों से जमा किए उनके कैश

बिटकॉइन में रूपातंरण का दिया झांसा

पुणे समाचार

जहां देश में एक तरफ चल रही थी नोटबंदी, वहीं दूसरी तरफ इस नोटबंदी का फायदा उठाने के लिए लोगों के कैश के जरिए एमकैप नामक कंपनी में बड़े पैमाने में निवेश करवाया गया। बिटकॉइन बताकर एमकैप का टोकन देकर नोटबंदी के समय ब्लैक मनी का वाइट करने का जो लोग सोच रहे थे, वो लोग अपने करोड़ों रूपए इसमें गंवा चुके हैं। नोटबंदी का देश को भले ही फायदा हुआ है या नहीं, पर इस नोटबंदी का फायदा अमित भारद्वाज और उसके भाई विवेक भारद्वाज ने बड़े पैमाने में उठाया है। अपने कैश को बिटकॉइन में रूपातंरण करने का झांसा देकर 8000 से ज्यादा लोगों को फंसाने का मामला सामने आया है।

दोनों मास्टरमाइंड भाइयों को गिरफ्तार करने के लिए पुणे पुलिस की साइबर सेल टीम ने 10 दिन पहले दुबई से गिरफ्तार करने का प्लान बनाया था, उसके बाद इसकी भनक लगते ही वे बैंकाक भाग गए थे, खुफिया एजेंसियों की मदद लेकर पुणे पुलिस को जानकारी मिली कि दोनों भाई बैंकाक में हैं, और दिल्ली आनेवाले हैं, पुणे पुलिस की साइबर टीम ने जाल बिछाकर दोनों भाईयों को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। आज सुबह दिल्ली एअरपोर्ट से पुणे लाया गया। बिटकॉइन में निवेश करने के नाम पर 8000 लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में पुणे पुलिस ने मास्टरमाइंड अमित भारद्वाज और विवेक भारद्वाज को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें इन दोनों मुख्य आरोपियों को 13 अप्रैल तक की पुलिस कस्टडी सुनायी गई है। यह जानकारी पुणे पुलिस कमिश्नर रश्मी शुक्ला ने प्रेस कॉफ्रेंस में दी।

चंद लोगों का फायदा दिखाकर हजारों लोगों की धोखाधड़ी

अमित भारद्वाज और विवेक भारद्वाज यह दोनों ने मिलकर 2014 में गेन बिट कॉइन नाम कंपनी सिंगापुर में शुरू की थी, जिसमें मुख्य महेंद्र भारद्वाज थे। वर्ष 2015 में इन लोगों ने www.gainbitcoin.com नामक वेबसाइट के जरिए नेट सरफेस, डॉक्टर, हाउसवाइफ और इंटरनेट से जुड़े ज्यादा से ज्यादा लोगों को टारगेट किया। कंपनी में पैसा निवेश करने के नाम पर लोगों को बहुत से प्रलोभन दिए गए। 0.1 बिटकॉइन में निवेश करके 18 महीने में 180 प्रतिशत तक फायदा होने का लालच दिया। साथ ही नोटबंदी पर इस बात का सबसे अधिक फायदा उठाकर लोगों से कैश के रूप में भी निवेश करवाया गया। चंद लोगों का बिटकॉइन में लाखों का फायदा दिखाकर लोगों से करोड़ों ऐंठे और इस कंपनी में सिर्फ सात लोगों को ही फायदा हुआ जो स्टॉफ में थे। जिसमें से मुख्य रूप से महेंद्र भारद्वाज, अमित भारद्वाज, विवेक भारद्वाज, अजित भारद्वाज, आशिष दाबास, मनु शर्मा और रूपेश सिंग को बहुत ज्यादा फायदा हुआ। असली बिटकॉइन की कीमत कभी भी निवेशक को नहीं दिया, ब्लकि बिटकॉइन के बदले एमकैप थमा दिया, जिसकी मार्केट में कीमत बहुत कम है। गेन बिटकॉइन, एमकैप 1 और एमकैप 2 कंपनी स्थापित करके लोगों को निवेश के नाम पर लूटते रहे, जिसमें निवेश करने के नाम पर बिल्डर, डॉक्टर, व्यापारी, उद्योगपति और हाउसवाइफ भी शामिल हैं।

माइनिंग का भी बिजनेस किया था शुरू

इन दोनों भाइयों ने मिलकर माइनिंग का बिजनेस भी शुरू किया था, जो पूरी तरह फेल हो गया था, सही मायने में देखा जाए तो माइनिंग का बिजनेस भारत में फिलहाल संभव नहीं है। माइनिंग का बिजनेस करने के लिए बड़ा तादाद में बिजली की सप्लायी और हाइ लेवल के 20 से 25 कम्पयुटर की जरूरत पड़ती है, लेकिन कुछ ही दिनों में उनका यह बिजनेस ठप्प हो गया था, माइनिंग का बिजनेस चीन और यूएस में किया जाता है, जो वहां पर ही फिलहाल संभव है। माइनिंग के बिजनेस के लिए 24 घंटें बिजली चाहिए और खास तरह के सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर चाहिए, जो भारत में मौजूद नहीं है

क्या है बिटकॉइन

बिटकॉइन यह कोई कॉइन नहीं, ब्लकि यह कोडिंग का एक कॉम्बिनेशन है, जिसमें सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के जरिए ही सारा काम होता है। बिटकॉइन कुछ देशों में वैध और कुछ देशों में अवैध है, भारत में यह अवैध माना जाता है। बिटकॉइन एक आईडी के जरिए के पाया जा सकता है। आजकल बिटकॉइन का ज्यादातर उपयोग नारकोटिक्स खरीदने के लिए किया जाता है। जिसमें कैश ट्रांजेक्शन की जरूरत नहीं पड़ती है। बिटकॉइन के नाम पर हमारे देश में अलग अलग नाम पर बिटकॉइन बेचा जाता है, जैसे कॉइनसिक्युर, युनिकॉइन, कोनिक्स, बिटकॉइन इंडिया आदि। इन कॉइन को खरीदने के लिए आपको इंटरनेट बैंकिंग के जरिए और क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए खरीद सकते हैं। ऐसी जानकारी साइबर एक्सपर्ट द्वारा दी गई।