हसीना ने कहा, जो लोग विदेश जाने के इच्छुक हैं, भर्ती एजेंसियों और मंत्रालय उनकी देखरेख करें। उनकी और खासकर प्रवासी महिला श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
कोविड-19 के दौरान अपनी नौकरी गंवाने वाले घरेलू प्रवासियों को लेकर प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि बांग्लादेश सरकार देश को आर्थिक रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई काम कर रही है। उन्होंने बांग्लादेशी प्रवासियों के कल्याण के लिए किए जा रहे काम भी गिनाए।
हसीना ने कहा, बांग्लादेश ने मुजीब वर्ष के लिए थीम तय की है कि स्किल्ड होने के बाद ही विदेश जाना है। लिहाजा सरकार इसके लिए काम कर रही है। सरकार प्रोत्साहन पैकेज दे रही है। इसके अलावा कर्म संगठन बैंक, पल्ली सांचे बैंक और एसएमई फाउंडेशन उन्हें ऋण दे रहे हैं ताकि वे अपना व्यवसाय शुरू कर सकें। देश में कई मेगा परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें कई लोग काम कर रहे हैं। इस काम का अनुभव उन्हें देश-विदेश में काम आएगा।
प्रधानमंत्री ने लोगों से यह भी आग्रह किया कि वे बिचौलियों के शिकार न बनें। उन्होंने कहा, मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि भर्ती एजेंसियों से लेकर मंत्रालय तक के जो लोग मैनपॉवर माइग्रेशन में शामिल हैं, वे प्रवासियों को उचित सम्मान दें। साथ ही सुनिश्चित करें कि वे किसी भी समस्या का सामना न करें।
हसीना ने ये बातें अपने आधिकारिक निवास गणभबन से अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस 2020 के मौके पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं। प्रवासियों के कल्याण और प्रवासी रोजगार मंत्रालय ने बंगबंधु अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (बीआईसीसी) में इस कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसे हसीना ने वर्चुअली संबोधित किया।
हसीना ने प्रवासियों से आह्वान किया कि वे उचित और कानूनी तरीकों से नौकरी पाने के लिए धैर्य के साथ इंतजार करें। यदि वे किसी के उकसाने पर परेशानी में पड़ते हैं, तो यह उनके पूरे परिवार के लिए खतरनाक साबित होता है।
कार्यक्रम में प्रवासी कल्याण और प्रवासी रोजगार मंत्री इमरान अहमद और सचिव डॉ. अहमद मुन्नेस सालेहेन ने भी अपनी बात रखी। साथ ही हसीना की ओर से मंत्री अहमद ने बांग्लादेशी प्रवासियों और व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण व्यक्तियों (सीआईपी) के बच्चों को छात्रवृत्ति चेक भी बांटे।
–आईएएनएस
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