अण्णा के आंदोलन में शामिल होने से इनकार : राजू शेट्टी

नई दिल्ली: समाचार एजेंसी

किसानों के लिए राक्षसों-भूतों ने भी आंदोलन किया तो हम समर्थन करेंगे। बस इसी वजह से अण्णा हजारे द्वारा राम लीला मैदान पर किए जा रहे आंदोलन को मेरा समर्थन है। लेकिन मैं उस आंदोलन में शामिल नहीं! यह कहना है स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के प्रमुख राजू शेट्टी का। वे मंगलवार को दिल्ली में प्रसार माध्यमों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने अण्णा के आंदोलन में शामिल होने से इनकार किया। उन्होंने कहा इससे पहले हमने किसानों की पदयात्रा में शामिल होने के लिए अण्णा से आग्रह किया था। हमने उनसे कहा था कि पदयात्रा के पूरे रास्ते में कहीं भी आप किसानों से मिलकर उनसे बात करेंगे तो उनकी हौंसला अफजाई होगी। लेकिन कई बार आग्रह करने पर भी अण्णा ने उस ओर अनदेखी की।

राजू शेट्टी ने व्यंग्यात्मक लहज़े में कहा कि वैसे भी मैं जन प्रतिनिधि हूँ और इस वजह से अण्णा की नज़र में अस्पृश्य हूँ। ऐसे में मुझे आंदोलन स्थल पर जाकर अपना अपमान करवाने की कोई इच्छा नहीं है। राजू शेट्टी का कहना है कि अण्णा के आंदोलन की योजना बनाने वाले कुछ व्यक्तियों की पृष्ठभूमि पर उन्हें संदेह है। इस वजह से भी हम इस आंदोलन से दो हाथ दूर ही रहेंगे। लेकिन यह भी तय है कि किसानों की माँगों के लिए यदि राक्षस-भूत आदि भी आंदोलन करेंगे तो हम उसका समर्थन करेंगे। केवल उनका उद्देश्य साफ होना चाहिए। मैं भले ही आंदोलन में शामिल नहीं लेकिन दिल्ली में ठिया जमाकर बैठे किसानों की पीड़ा मैं संसद में हमेशा रखता हूँ।

बता दें कि 23 मार्च से अण्णा हजारे लोकपाल और किसानों की समस्याओं को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान पर अनशन पर बैठे हैं। दिल्ली में इस बार पिछली बार की तुलना में उतने लोग जमा नहीं हुए हैं लेकिन उसकी एक वजह दिल्ली की बढ़ती गर्मी भी है। यदि बढ़ते तापमान की वजह से अण्णा की तबीयत बिगड़ी तो जन आक्रोश तीव्र हो सकता है। इसके मद्देनज़र भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने इस अनशन को गंभीरता से लिया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, गिरीश महाजन के ज़रिए अण्णा को मनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अण्णा अब तक नहीं माने हैं।