असंवेदनशील डॉक्टर: गर्भवती को भर्ती करने से किया इंकार, बच्चे की मौत

पुणे:पुणे समाचार

डॉक्टरों की असंवेदनशीलता के चलते पुणे में एक गर्भवती महिला को अपना बच्चा खोना पड़ा। महिला इलाज के लिए पिंपरी चिंचवड़ स्थित यशवंतराव चव्हाण अस्पताल गई थी, लेकिन डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने से इंकार करते हुए वापस भेज दिया। देर रात महिला की तबीयत अचानक बिगड़ने से घर में ही डिलेवरी हो गई और पर्याप्त चिकित्सा के अभाव में बच्चे ने चंद मिनटों में ही दम तोड़ दिया। यदि डॉक्टरों ने महिला को भर्ती कर लिया होता, तो शायद बच्चे को बचाया जा सकता था।

दोषियों पर कार्रवाई की मांग 
अपने बच्चे को खोने के ग़म में रोशन विश्वकर्मा और उसकी पत्नी के आंसू थम नहीं रहे हैं।
रोशन चाकण के खाराबवादी इलाके में रहता है। उसकी पत्नी की डिलेवरी की तारीख 25 मार्च थी। लेकिन 21 मार्च को अत्यधिक पीड़ा होने के चलते रोशन पत्नी को लेकर वाईसीएम अस्पताल पहुंचा, मगर डॉक्टरों ने किसी भी तरह का इलाज किए बिना उसे वापस भेज दिया। यहाँ तक कि पीड़िता की सोनोग्राफी भी नहीं करवाई गई। रोशन ने सरकार से गुहार लगाई है कि दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

क्या टूटेगी नींद 
वैसे वाईसीएम अस्पताल में यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी ऐसे कई मामले उजागर हुए हैं जहां डॉक्टरों की लापरवाही का खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ा। बावज़ूद इसके प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जाती। इस मामले में क्या प्रशासन की नींद टूटती है, यह देखने वाली बात होगी।