हर वर्ष जहां इम्का पुरस्कार विजेताओं का चयन ज्यूरी के माध्यम से किया जाता था, वहीं इस साल पुरस्कार विजेताओं का चयन चुनाव प्रणाली से किया गया। ज्यादा वोट पाने वाले पत्रकारों को पुरस्कार के लिए चुना गया। पीपल बाबा के नेतृत्व वाली गिव मी ट्रस्ट के प्रशिक्षित पर्यावरण कर्मियों ने पत्रकारों को किचन गार्डनिंग का पैकेट, कम्पोस्ट खाद, इंडोर प्लांटिंग से जुड़े पौधे और बड़े पौधे जूट के बैग में रखकर गिफ्ट दिया।
बताया गया कि कैसे लोग अपने फ्लैट की बालकनी और छत पर भी छोटे पौधे उगाकर ऑक्सीजन बढ़ाने का उपाय कर सकते हैं। घर के अंदर भी डेकोरेशन बढ़ाने वाले पौधे लगाए जाने की भी पहल की जानी चाहिए। इससे भी घर की सुंदरता के साथ घर के अंदर ऑक्सीजन का प्रवाह सुनिश्चित किया जा सकता है। श्वेत क्रांति, हरित क्रांति की तर्ज पर देश में पीपल बाबा के नेतृत्व में हरियाली क्रांति चलाया जा रही है। इस अभियान की डिजाइन संस्थान के छात्र रहे बद्री नाथ ने की है।
–आईएएनएस
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