आरोप लगाने की जल्दबाज़ी में शाह की फिसली जुबान 

येदियुरप्पा सरकार को बताया सबसे भ्रष्ट 

बेंगलुरु : शाह ने सिद्धारमैया की जगह येदियुरप्पा सरकार को भ्रष्ट बताया, बाद में सुधारी गलती; कांग्रेस बोली-सच कह ही दिया बेंगलुरु. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मंगलवार को कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया पर निशाना साधाने के चक्कर में येदियुरप्पा सरकार को सबसे भ्रष्ट कह गए। शाह जब बयान दे रहे थे, तब येदियुरप्पा करीब ही बैठे थे। वे इस बयान से असहज हो गए। हालांकि, बगल में बैठे एक नेता ने शाह को गलती का अहसास कराया। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष बोले- मेरे कहने का मतलब है कि सिद्धारमैया सरकार को सबसे भ्रष्ट का अवॉर्ड मिलेगा। कांग्रेस ने शाह के 9 सेकंड के इस वीडियाे को वायरल कर दिया है और कहा- आखिर शाह ने सच बोल ही दिया।

राहुल ने शाह की गलती पर कसा तंज अमित शाह ने तोहफा दिया: राहुल

राहुल ने वीडियो पोस्ट कर ट्वीट किया, “भाजपा आईटी सेल के चुनाव की तारीख घोषित करने के बाद अब वक्त हमारे टॉप सीक्रेट कैंपेन के वीडियो को देखने का है। भाजपा अध्यक्ष के तोहफे के साथ कर्नाटक में हमारे कैंपेन की शानदार शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा है कि येदियुरप्पा सरकार सबसे भ्रष्ट थी…सच है।”

धन्यवाद अमित शाह: सिद्धारमैया

सीएम सिद्धारमैया ने ट्वीट किया, “झूठ के शाह ने आखिर सच बोल ही दिया। धन्यवाद अमित शाह।”

हम सब शाह से सहमत: स्पंदना
कांग्रेस सोशल मीडिया प्रभारी दिव्य स्पंदना ने ट्वीटर पर अमित शाह के दो वीडियो पोस्ट किए। लिखा, “किसे पता था कि अमित शाह भी सच बोल सकते हैं। अमितजी हम सब आपसे सहमत हैं, येदियुरप्पा सरकार सबसे भ्रष्ट थी।”

सत्य दबाया नहीं जा सकता: कर्नाटक कांग्रेस
कर्नाटक कांग्रेस ने ट्वीट किया, “सत्य को कभी दबाया नहीं जा सकता। अमित शाह तक इस बात पर राजी हो गए हैं कि येदियुरप्पा सरकार सबसे भ्रष्ट थी।”

पिछले साल भी कर चुके हैं गलती
पिछले साल अगस्त में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शाह ने कहा था, “येदियुरप्पा जी कहते हैं कि कर्नाटक के विकास के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार मदद नहीं करती है।” इस पर पार्टी के नेताओं ने उन्हें टोका। अपनी गलती का एहसास होते ही उन्होंने सफाई दी। उन्हाेंने कहा, “अरे सॉरी-सॉरी, सिद्धारमैया जी कहते हैं… एक्सट्रीमली सॉरी। दो दिनों से येदियुरप्पा जी के साथ हूं, इसीलिए ऐसा हो गया”।

कर्नाटक दौरे पर हैं शाह
– अमित शाह इन दिनों कर्नाटक दौरे पर हैं। वह मठों के जरिए लिंगायत धर्मगुरुओं की राय जानने की कोशिश लगे हैं।
– यहां अभी कांग्रेस की सरकार है। मौजूदा सीएम सिद्धारमैया का मुकाबला दो बार सीएम रहे भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा से है।

येदियुरप्पा हैं भाजपा के सीएम कैंडिडेट

लिंगायत लीडर:एक बार पार्टी छोड़कर जा चुके येदियुरप्पा को भाजपा ने पिछले साल मई में ही सीएम कैंडिडेट घोषित कर दिया था। 75 साल के येदियुरप्पा लिंगायत नेता हैं। राज्य में 17% लिंगायत वोटर हैं। वे 2007 में एक बार सात दिनों के लिए और बाद में 2008 में सीएम बने।

भ्रष्टाचार के आरोप: येदियुरप्पा और उनके परिवार पर 2011 में आरोप लगा कि इन्होंने स्टील कंपनी जेएसडब्ल्यू का फेवर किया। अवैध तरीके से माइनिंग लाइसेंस दिलाने के लिए 40 करोड़ रुपए की घूस ली। इसके बाद पार्टी की ओर से उन पर दबाव बना। उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा। मामले में येदियुरप्पा को तीन हफ्ते तक जेल में रहना पड़ा। अक्टूबर 2016 में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने येदियुरप्पा को आरोपों से बरी कर दिया।

अलग पार्टी बनाई थी: नाराज होकर येदियुरप्पा ने 2012 में भाजपा ही छोड़ दी और कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) का गठन किया। उनके पार्टी से अलग होने के बाद 2013 में भाजपा चुनाव हार गई। उसे सिर्फ 40 सीटें मिलीं। 2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त मोदी उन्हें फिर बीजेपी में ले आए। इस चुनाव में भाजपा को राज्य की 28 में से 17 लोकसभा सीटें मिलीं।