उप्र : कमलेश से फर्जी फेसबुक अकांउट के जरिये जुड़ा था हत्यारा

लखनऊ, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)| हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या का एक प्रमुख संदिग्ध उनसे एक फर्जी फेसबुक अकांउट के जरिए मित्र बना था। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स सूत्रों के अनुसार, उनके गुजरात के समकक्षों ने पाया कि हमलावारों में से एक की पहचान अशफाक हुसैन के रूप में हुई है, उसने ‘रोहित सोलंकी’ के नाम से अकांउट बनाया और तिवारी से दोस्त बना।

तिवारी ने सोलंकी से 18 अक्टूबर को मिलने की सहमति जताई थी। 18 अक्टूबर को तिवारी की हत्या हुई।

हुसैन व मोइनुद्दीन पठान की मुख्य हमलावरों के रूप में पहचान की गई है। उनकी पहचान की पुष्टि जिस होटल में वे ठहरे थे उसके सीसीटीवी फुटेज के जरिए की गई है और पुलिस ने उनके कमरे से खून के धब्बों वाला कपड़ा व एक तौलिया बरामद किया है।

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी.सिंह ने इससे पहले कहा था कि आरोपी तिवारी को जानते थे क्योंकि उन्होंने मिठाई उपहार देने के बहाने उनके (तिवारी) साथ 30 मिनट बिताया था।

गुजरात पुलिस व उत्तर प्रदेश पुलिस की एक संयुक्त टीम ने सूरत से मौलाना मोहसिन शेख, खुर्शीद अहमद पठान व फैजान तीन सह-आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

अहमदाबाद की एक अदालत ने उन्हें 72 घंटे ट्रांसिट रिमांड दी है और उनके सोमवार को लखनऊ कोर्ट में प्रस्तुत किए जाने की संभावना है।

तिवारी ने जनवरी 2017 में हिंदू समाज पार्टी का गठन किया था और उन्हें विवादास्पद टिप्पणियों के लिए जाना जाता था।

साल 2015 में पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादास्पद बयान देने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया और उन पर नेशनल सिक्युरिटी एक्ट (एनएसए) लगाया गया था।

उत्तर प्रदेश में इस महीने दक्षिण पंथी नेता की यह चौथी हत्या है।

8 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता चौधरी यशपाल सिंह की देवबंद में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी तरह से बस्ती में भाजपा नेता कबीर तिवारी की 10 अक्टूबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।