पिम्परी। पुणे समाचार ऑनलाइन
कचरा घोटाले के आधार पर पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा सत्ताधारी भाजपा के ‘भाऊ- दादा’ पर लगाये गए भ्रष्टाचार के आरोप पर भाजपा शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप ने गुरुवार के एक संवाददाता सम्मेलन में यह आह्वान किया कि, अगर किसी भी टेंडर प्रक्रिया में एक रुपए भी लिए हों तो वे राजनीति से सन्यास ले लेंगे। तकरीबन 450 करोड़ रुपये के कचरा ट्रांसपोर्टेशन का टेंडर किसी के आरोप या दबाव में नहीं बल्कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार रदद् किया गया है, यह सफाई भी उन्होंने दी।
विधायक जगताप ने आरोप लगाया कि, पिम्परी चिंचवड़ की जनता द्वारा नाकारे जाने से अमीर मनपा से मिलने वाली ‘मलाई’ बन्द होने से अजित पवार बौखलाए हुए हैं। राष्ट्रवादी के हल्लाबोल आंदोलन को मनोरंजन से भरा आर्केस्ट्रा बता कर उन्होंने यह दावा किया कि, पवार के ‘हम करे सो कायदा’ की नीति से जनता और राष्ट्रवादीजन त्रस्त थे। आज भी कई नगरसेवक भाजपा में शामिल होने के लिए अपने संपर्क में है। देश और राज्य के बाद नगरपंचायत तक भाजपा ही नंबर1 है, पिम्परी चिंचवड़ के अवैध निर्माण, शास्तिकर, मेट्रो जैसे लंबित मसले अलग पुलिस आयुक्तालय की तरह जल्द हल होंगे। पिम्परी चिंचवड़ नवनगर विकास प्राधिकरण को पीएमआरडीए में विलीन करने को लेकर हमारा विरोध है, यह भी एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया।