प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कुछ दिन पहले मेड इन इंडिया वैक्सीन बनाने का प्रयास कर रहीं वैज्ञानिक टीमों से मेरी बातचीत हुई थी। भारत के वैज्ञानिक अपनी सफलता को लेकर बहुत ही आश्वस्त हैं। अभी अन्य देशों की कई वैक्सीनों के नाम बाजार में सुन रहे हैं। फिर भी दुनिया की नजर कम कीमत वाली सबसे सुरक्षित वैक्सीन पर है। स्वाभाविक है कि पूरी दुनिया की नजर भारत पर भी है। अहमदाबाद, पुणे और हैदराबाद जाकर मैने यह भी देखा है कि वैक्सीन मैन्युफैक्च रिंग को लेकर देश की तैयारियां कैसी है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि करीब आठ संभावित वैक्सीन भारत में अलग-अलग चरण में हैं। जिनकी मैन्युफैक्च रिंग भारत में होनी है। भारत की अपनी तीन अलग-अलग वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग चरणों में है। एक्सपर्ट मानकर चल रहे हैं कि ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अगले कुछ हफ्तों में कोरोना की वैक्सीन तैयार हो जाएगी। जैसे ही वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलेगी, भारत मे टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि पहले चरण में किसे वैक्सीन लगेगी, इसे लेकर राज्य सरकारों से मिले सुझावों के आधार पर केंद्र सरकार काम कर रही है। कोरोना के मरीजों के इलाज में जुटे हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और पहले से बीमारी से जूझ रहे बुजुर्ग लोगों को सर्वप्रथम वैक्सीन दी जाएगी। वैक्सीन की वितरण व्यवस्था के लिए केंद्र और राज्य की टीमें मिलकर काम कर रहीं हैं।
–आईएएनएस
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