स्वास्थ्य आयुक्त त्रिपाठी ने बुधवार को प्रदेश के सभी कलेक्टर, सभी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक को निर्देश देते हुए बताया है कि पूरे प्रदेश से यह बात सामने आई है कि कोविड -19 के उत्तरजीवियों एवं जिलों के स्वास्थ्य अमलों के मन में यह संशय है कि कोविड -19 पुष्ट रोगियों के रिकवरी उपरान्त कोविड टीकाकरण कब कराया जाना उचित है।
उन्होंने कहा है कि यह साक्ष्य आधारित है कि कोविड -19 संक्रमण के इतिहास वाले रोगियों को भी रोग प्रतिरोधक क्षमता के पर्याप्त विकास हेतु कोविड टीकाकरण की आवश्यकता है। वर्तमान में कोविड संक्रमण के उपरान्त रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास की जानकारी एवं सुरक्षा अवधि प्रमाणित नहीं है , कोवि -19 पुष्ट रोगियों के लक्षण समाप्ति, रिकवरी के चार से आठ सप्ताह के उपरान्त कोविड टीकाकरण सुनिश्चित किया जा सकता है ।
–आईएएनएस
एसएनपी/एएनएम