भारतीय फुटबाल टीम इस समय कतर के दौरे पर हैं, जहां उसे 2022 फीफा विश्व कप और 2023 एएफसी एशिया कप चीन के लिए तीन जून से शुरू होने वाले क्वालीफायर्स मुकाबले खेलने हैं।
कोटाल ने कहा, साल 2015-16 के बाद से ही मैंने फिटनेस को गंभीरता से लिया। मैंने पढ़ा कि विराट कोहली कैसे अपनी फिटनेस, ट्रेनिंग कार्यक्रम के साथ खान-पान का ध्यान रखते हैं और वह कभी भी अपने निजी ट्रेनर द्वारा बनाये गये कार्यक्रम के खिलाफ नहीं जाते। सुनील छेत्री के होने से मुझे उनके डायट प्लान, उनकी फिटनेस के बारे में जानकारी मिली। इससे वह अपने प्रदर्शन को एक अलग स्तर पर ले गए। दोनों, कोहली और छेत्री देश में फिटनेस के अग्रणी हैं।
कोटल ने कहा कि आधुनिक समय के भारतीय फुटबॉलर बेहद स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं और वे कभी भी प्रलोभन में नहीं आएंगे।
उन्होंने कहा, यहां रहना फिटनेस एक ट्रेंड है। आजकल फुटबॉलर के लिए कोई ऑफ-सीजन नहीं है। छुट्टी के दिनों में भी हमें कुर्बानी देनी पड़ती है। यहां तक कि छुट्टी के दिन भी भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी कुछ भी नहीं खाते हैं। लंबे समय तक चलने वाले शिविरों से हमेशा मदद मिलती है। ज्यादातर खिलाड़ी अपने घरों से आये जहां वे लॉकडाउन में ही थे। हममें से ज्यादातर ने अपना अंतिम प्रतिस्पर्धी मैच लगभग दो महीने पहले खेला था। इसलिये एक लंबे शिविर से मदद मिलती। लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता।
भारत को तीन जून को एशियन चैंपियंस कतर के खिलाफ, सात जून को बांग्लादेश के खिलाफ और 15 जून को अफगानिस्तान के खिलाफ अपने मुकाबले खेलने हैं। ये तीनों मैच दोहा के जेसिम बिन हमाद स्टेडियम में खेले जाएंगे।
–आईएएनएस
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