खेतान, सक्सेना का आमना-सामना कराना चाहता है ईडी

नई दिल्ली, 2 फरवरी (आईएएनएस)| प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को दिल्ली की एक अदालत को बताया कि काले धन के एक मामले के संबंध में धन शोधन को लेकर वकील गौतम खेतान का सामना दुबई के कारोबारी राजीव सक्सेना के साथ कराना ही होगा। एजेंसी का आग्रह सुनने के बाद अदालत ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे से संबंधित मामले में सह आरोपी, वकील गौतम खेतान की ईडी हिरासत छह दिनों के लिए बढ़ा दी। यह हिरासत एक नए धनशोधन मामले में बढ़ाई गई है।

आयकर विभाग द्वारा खेतान के दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में उसके कार्यालयों और अन्य संपत्तियों पर छापे मारने के एक सप्ताह बाद उसे 25 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था।

ईडी ने कहा कि सक्सेना के साथ आमना-सामना कराए जाने के लिए खेतान की हिरासत जरूरी है, ताकि संयुक्त रूप से उनके द्वारा चलाई जा रही कंपनियों से संबंधित अपराध की पहचान की जा सके। सक्सेना को 30 जनवरी को संयुक्त अरब अमीरात से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था।

हालांकि निदेशालय ने स्पष्ट किया कि दोनों का आमना-सामना कराए जाने का अगस्ता वेस्टलैंड सौदे से कोई लेना-देना नहीं है।

ईडी ने अदालत को बताया, “खेतान और सक्सेना काले धन को सफेद करते थे। हम अगस्ता से परे जांच के संबंध में उनका सामना कराना चाहते हैं।”

वर्तमान में सक्सेना अगस्ता वेस्टलैंड मामले के संबंध में ईडी की हिरासत में है।

विशेष लोक अभियोजक डी.पी. सिंह ने अदालत को बताया कि खेतान से आगे की पूछताछ अन्य विभिन्न हथियार सौदों और विभिन्न डीलरों के साथ उसकी सांठगांठ के सभी तारों का पर्दाफाश करने में ईडी की मदद करेगी।

जांबिया के बांदा परिवार के साथ उसके रिश्तों की भी जांच की जा रही है।

ईडी ने कहा कि रिकॉर्ड के विपरीत खेतान ने जानबूझकर सामग्री की जानकारी को अपने कब्जे में छुपा रखा है और सौदे के महत्वपूर्ण सूत्र का पता लगाने के लिए पूछताछ आवश्यक है।

निदेशालय ने कहा कि खेतान पूछताछ में सहयोग नहीं दे रहा और वह जवाब देने में टाल-मटोल कर रहा है।

ईडी ने अदालत को यह भी बताया कि उसे दो नए विदेशी खातों और कंपनियों का पता चला है, जिनका इस्तेमाल बड़ी मात्रा में धन शोधन के लिए किया जाता था।

खेतान के वकील प्रमोद कुमार दुबे ने ईडी की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि गिरफ्तारी अवैध तरीके से की गई है और यह मामला महज नई बोतल में पुरानी शराब जैसा है।

ईडी ने कहा कि वकील दुबई, मॉरीशस, सिंगापुर, ट्यूनीशिया, स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन में और भारत में कई तरह के खातों के माध्यम से काले धन को सफेद करता था।

एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि इन खातों में भारत के बाहर की उसकी अघोषित फर्जी कंपनियां भी शामिल हैं।

इससे पहले खेतान को अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में कथित संलिप्तता के लिए सितंबर 2014 में गिरफ्तार किया गया था।

सीबीआई के आरोप-पत्र में खेतान को अगस्ता वेस्टलैंड करार के पीछे का दिमाग बताया गया है।