गूगल नाबालिगों के लिए डिफॉल्ट अपलोड सेटिंग टूल को करेगा रोलआउट

सैन फ्रांसिस्को, 11 अगस्त (आईएएनएस)। बच्चों के लिए एक सुरक्षित ऑनलाइन अनुभव प्रदान करने के लिए। गूगल ने घोषणा की है कि आने वाले हफ्तों में डिफॉल्ट अपलोड सेटिंग टूल को करेगा रोलआउट, जिससे 18 वर्ष से कम उम्र का कोई भी यूजर्स या उनके माता-पिता या अभिभावक अपनी इमेज को गूगल से हटा सकते हैं।

गूगल ने एक बयान में कहा, सर्च से किसी इमेज को हटाने से वह वेब से नहीं हटती है, लेकिन हमारा मानना है कि इस बदलाव से युवाओं को अपनी इमेज पर ऑनलाइन नियंत्रण करने में मदद मिलेगी।

गूगल अब बच्चों की उम्र, लिंग या रुचियों के आधार पर विज्ञापन टारगेटिंग की अनुमति नहीं देगी।

टेक दिग्गज ने घोषणा की, हम उम्र के प्रति संवेदनशील विज्ञापन श्रेणियों को किशोरों को दिखाए जाने से रोकने के लिए सुरक्षा उपायों का विस्तार करेंगे, 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों की लिंग या रुचियों के आधार पर विज्ञापन टारगेटिंग को रोकेंगे।

बच्चों के यूट्यूब अपलोड भी धीरे-धीरे सबसे निजी सेटिंग में डिफॉल्ट हो जाएंगे।

कंपनी ने कहा, हम डिफॉल्ट अपलोड सेटिंग को 13-17 साल की उम्र के किशोरों के लिए उपलब्ध सबसे निजी विकल्प (यूट्यूब पर) में बदलने जा रहे हैं।

गूगल आने वाले महीनों में इन अपडेट को अपने उत्पादों में वैश्विक स्तर पर रोल आउट करना शुरू कर देगा।

कंपनी ने बताया, आने वाले महीनों में, हम 18 साल से कम उम्र के मौजूदा साइन-इन यूजर्स के लिए सुरक्षित खोज चालू कर देंगे। नए खाते सेट करने वाले किशोरों के लिए इसे डिफॉल्ट सेटिंग बना देंगे।

गूगल असिस्टेंट पर, कंपनी आने वाले महीनों में नई डिफॉल्ट सुरक्षा पेश करेगी।

गूगल ने कहा कि एक नया सुरक्षा अनुभाग भी शुरू कर रहा है जो माता-पिता को यह बताएगा कि कौन से ऐप्स हमारी पारिवारिक नीतियों का पालन करते हैं।

ऐप्स को यह खुलासा करना होगा कि वे अपने द्वारा एकत्र किए गए डेटा का अधिक विस्तार से उपयोग कैसे करते हैं, जिससे माता-पिता के लिए यह तय करना आसान हो जाता है कि ऐप डाउनलोड करने से पहले उनके बच्चे के लिए सही है या नहीं।

कंपनी ने कहा, यूट्यूब पर, हम ब्रेक लेना और सोने का समय रिमाइंडर चालू करेंगे और 18 साल से कम उम्र के यूजर्स के लिए ऑटोप्ले को बंद कर देंगे। और यूट्यूब किड्स पर हम एक ऑटोप्ले विकल्प जोड़ेंगे और माता-पिता को सही विकल्प के लिए सशक्त बनाने के लिए इसे डिफॉल्ट रूप से बंद कर देंगे। उनके परिवारों के लिए।

–आईएएनएस

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